लंदन, एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस के संक्रमण को झेल रही दुनिया में एक बात तो सामने आ रही है कि चीन के वुहान से यह वायरस अनायास ही नहीं फैला। गलती सी लीक होने की घटना ने पूरी दुनिया की नींद हराम कर दी। अमेरिका लगातार चीन को इस मुद्दे पर घेरता जा रहा है। अब फ्रांस के नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक ल्यूक मॉन्टैग्नियर का भी कहना है कि SARS-CoV-2 वायरस एक लैब से आया है, और यह एड्स वायरस के खिलाफ एक वैक्सीन के निर्माण के प्रयास का परिणाम है। एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वायरस) की सह-खोज करने वाले प्रोफेसर मॉन्टैग्नियर ने कोरोना वायरस के जीनोम और यहां तक कि कीटाणु के तत्वों में एचआईवी के तत्वों की उपस्थिति का दावा किया।
उन्होंने बताया कि वुहान शहर में लैब के बाहर आम लोगों में बीमारी फैलने से पहले लैब कर्मचारी गलती से संक्रमित हो गया था। एडो वायरस की पहचान के लिए मेडोसेर मॉन्टेनीयर को मेडिसिन में 2008 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दो साल पहले ही चीन में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने चीनी सरकार के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में अपर्याप्त जैव सुरक्षा के बारे में चिंता जताई थी।