नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – चीन में स्थित कुछ कंपनियों के बयान के बाद चीन बुरी तरह बौखला गया है। दरअसल कोरोना वायरस महामारी में सप्लाई चेन प्रभावित होने के बाद चीन से करीब 1000 कंपनियां अपना कारोबार समेटकर भारत में शिफ्ट होना चाहती हैं। अभी हाल ही में जर्मनी की एक जूता कंपनी ने अपना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चीन से हटाकर आगरा में शिफ्ट करने की बात कही है। वहीं ओप्पो और एंपल कंपनियों ने भी ऐसे संकेत दिए हैं। जिसके बाद चीन बौखला गया है।
इसका गुस्सा चीन अपने मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में छप कर बताया है। ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण भारत की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। इसके बावजूद वह चीन का विकल्प बनने का सपना देख रहा है। लेकिन, भारत कभी भी चीन का विकल्प नहीं बन पाएगा। लेख में लिखा है, ‘भारत के उत्तर प्रदेश राज्य ने चीन से अपने यूनिट को शिफ्ट करने की सोच रहीं कंपनियों को आकर्षित करने के लिए एक इकनॉनिक टास्क फोर्स का गठन किया है। हालांकि भारत की यह सोच गलत है। भारत दुनिया के सामने चीन का विकल्प नहीं बन पाएगा।’
उधर भारत और चीन के बीच गैर चिह्नित सीमा पर उत्तर सिक्किम और लद्दाख के पास कई इलाकों में तनाव बढ़ता जा रहा है और दोनों पक्ष वहां अतिरिक्त बलों की तैनाती कर रहे हैं। दोनों पक्ष के बीच इन इलाकों में कुछ दिनों पहले दो बार हिंसक झड़प हो चुकी है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारत और चीन दोनों ने डेमचक, दौलत बेग ओल्डी, गलवान नदी तथा लद्दाख में पैंगोंग सो झील के पास संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की है। जानकारी के मुताबिक, चीन ने गलवान घाटी इलाके में काफी संख्या में तंबू गाड़े हैं जिसके बाद भारत वहां कड़ी नजर बनाए हुए है।
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