नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24 – पिछले साल दिसंबर में चीन में पहली बार सामने आई कोरोना नामक महामारी ने पूरी दुनिया को तबाह कर दिया है। लाशों के अंबार लगते जा रहे हैं। 190 देशों में अब तक कोविड-19 के 11 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। अब कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस इतना खतरनाक नहीं होता, अगर चीन ने इस महामारी की जानकारी दुनिया से छिपाने की कोशिश नहीं की होती। मगर चीन के साथ कोई है, कोरोना वायरस की खबर को दबाने में चीन की मदद की, तो आखिर वह है कौन और उसकी मंशा क्या है?
इनतनी जान की कीमत यह : जानकारों की मानें तो वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी WHO की भूमिका इस महामारी के नजिये से संदिग्ध हो चला है। WHO के मौजूदा डायरेक्टर जनरल टैड्रोस ऐधेनॉम घेबरेयेसस हैं, जो शुरुआत से ही कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चीन को क्लीन चिट देते आए हैं। दरअसल, इतनी जान की कीमत पर चीन का एहसान जता रहे हैं। जुलाई 2017 में WHO चीफ का पद संभालने वाले टेड्रोस इथियोपिया के नागरिक हैं। WHO चीफ के तौर पर उनका चुनाव दो वजह से अभूतपूर्व है. पहली वजह ये कि वो WHO के डायरेक्टर जनरल पद पर बैठने वाले पहले अफ्रीकी नागरिक हैं. और दूसरी वजह ये है कि वो इस पद को संभालने वाले पहले ऐसे शख्स हैं जिनके पास मेडिसन की डिग्री नहीं है। उन्होंने कम्युनिटी हेल्थ में पीएचडी की है।तो फिर वो WHO के डायरेक्टर जनरल कैसे बन गए आखिर वो कौन था जिसने WHO चीफ बनने में टेड्रोस की मदद की? इसका जवाब है चीन। वो चीन ही था जिसने टेड्रोस के कैंपेन को सपोर्ट किया। चीन ने उनके पक्ष में ना सिर्फ अपना महत्वपूर्ण वोट दिया बल्कि दूसरे देशों के वोट हासिल करने में भी उनकी मदद की।
इसलिए भूमिका पर शक : टेड्रोस को WHO का चीफ बनाने में चीन ने मदद की थी। दूसरा ये कि इथियोपिया के स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए टेड्रोस पर हैजे की महामारी को छिपाने का आरोप लगा था, इसके बावजूद WHO चीफ के तौर पर चीन ने उनके नाम का समर्थन किया। तीसरा, जब टेड्रोस, इथियोपिया के विदेश मंत्री थे, तब चीन ने वहां अरबों रुपए का निवेश किया था। और चौथी महत्वपूर्ण बात, टेड्रोस ने WHO का चीफ बनने के बाद चीन के करीबी और जिम्बाब्वे के पूर्व तानाशाह रॉबर्ट मुगाबे को WHO का गुडविल एंबेस्डर बनाने की कोशिश की थी। ये वो चार बातें हैं जो हमें टेड्रोस और चीन के कनेक्शन के बारे में पता चलीं जिनसे कोरोना वायरस से निपटने में बतौर WHO चीफ, टेड्रोस की भूमिका पर शक होता है। कोरोना महामारी को लेकर वो जिस तरह से चीन का पक्ष ले रहे हैं. उससे दुनिया हैरान है और पूछ रही है कि क्या टेड्रोस चीन के अहसानों का बदला चुका रहे हैं?