नई दिल्ली :एन पी न्यूज 24 – देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम को जी-20 ग्रुप के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। इस वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद थे। इस बैठक में कोरोना वायरस से फैली महामारी के बारे बातचीत की गयी। बैठक में अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। एक मीडिया एजेंसी के मुताबिक, बैठक में इस पर जोर दिया गया कि इस महामारी के मानवीय और आर्थिक प्रभाव कैसे हैं और आगे किस प्रकार के असर देखे जा सकते हैं।
Prime Minister Narendra Modi said #COVID19 has offered an opportunity to look at a new concept of globalization. One that also focuses on humanity, climate change, and terrorism other than economic & financial aspects: Sources https://t.co/qoC9fZTeIV
— ANI (@ANI) March 26, 2020
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबलाइजेशन का मुद्दा उठाया और कहा कि आतंकवाद हो या जलवायु परिवर्तन, ऐसे मसलों पर ग्लोबलाइजेशन बहुत हद तक नाकाम रहा है। आगे उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने हमें अच्छा मौका दिया है कि हम ग्लोबलाइजेशन की नई अवधारणा पर विचार करें। ऐसी अवधारणा जिसमें आर्थिक व वित्तीय पहलुओं से इतर इंसानियत, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद पर भी फोकस किया जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस की महामारी की ओर सबका ध्यान खींचा। उन्होंने यह भी बताया कि इस महामारी के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के 90 फीसदी मामले और 88 फीसदी तक मौत जी-20 देशों में सामने आए हैं। जबकि सच्चाई है कि दुनिया की जीडीपी का 80 फीसदी हिस्सा और कुल आबादी का 60 फीसदी हिस्सा इसी क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
वर्चुअल बैठक की शुरुआत में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ), संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुखों ने भी अपनी बात रखी। खबरों के मुताबिक, बैठक में फैसला लिया गया कि कोविड-19 को लेकर एक कार्रवाई पत्र (एक्शन पेपर) जारी किया जाएगा।