मोदी सरकार अल्पसंख्यक लड़कियों को दे रही है पढ़ाने से लेकर शादी तक का खर्च

शादी के लिए मिलेंगे 50 हजार रुपए, जानें योजना के बारे में   

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नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 –  नरेंद्र मोदी सरकार हर आयु हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ कल्याणकारी योजना चला रही है, जिससे देश की जनता लाभान्वित हो रही है. एक ऐसे ही योजना है ‘बेगम हजरत महल स्कॉलरशिप योजना. इस योजना के अंतर्गत् अल्पसंख्यक लड़कियों  की शिक्षा से लेकर उनकी शादी तक का खर्च सरकार दे रही है. आज मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय की छात्राएं इस स्कॉलरशिप का लाभ लेकर आगे बढ़ रही हैं. वहीं गेजुएट होने पर शादी के खर्च में भी मदद मिल रही है.

बता दें कि योजना का लाभ लेने के लिए 30 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है.

क्या है योजना और इसकी शर्तें
मोदी सरकार की इस योजना का संचालन मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन के हाथों में हैं. फाउंडेशन के उपाध्यक्ष अशफाक सैफी ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि, योजना का उद्देश्य छात्राओं को पढ़ाई के लिए प्रेरित करना है. इस योजना का लाभ लेने के लिए यह जरूरी है कि छात्रा ने अपनी पिछली कक्षा में 50 प्रतिशत या उससे अधिक नंबर हासिल किए हों. साथ ही उसके माता-पिता की सालाना आय 2 लाख रुपये से अधिक न हो.

उक्त योजना के अनुसार कक्षा 9 से 10 के तहत 5 हजार और कक्षा 11 से 12वीं तक के लिए 6 हजार रुपये की मदद दी जाती है. स्कॉलरशिप की राशि सीधे लाभार्थी छात्रा के बैंक खाते में पहुंचती है.

वहीं इन छात्राओं के बड़े हो जाने पर, इनकी शादी के लिए 50 हजार रुपये की मदद का भी प्रावधान है, बशर्ते पहले छात्रा को ग्रेजुएट होना पड़ेगा.

स्कॉलरशिप का लाभ लेने के लिए पढ़ेगी इन डॉक्यूमेंटस की जरूरत  

>>आवेदक द्वारा स्व-घोषित अल्पसंख्यक समुदाय का प्रमाण पत्र होना जरूरी है.

>>छात्राओं को 50 प्रतिशत नम्बरों के साथ पिछले वर्ष की मार्कशीट देनी होगी.

>>माता-पिता की अधिकतम 2 लाख सालाना इनकम का सर्टिफिकेट देना होगा.

>>आवेदक छात्रा को आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक की जानकारी देनी होगी.

>स्कूल/संस्थान के प्रधानाचार्य द्वारा सत्यापित एक सत्यापन प्रपत्र भी अपलोड करना होगा.

>>आवेदन मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की बेवसाइट पर दिए गए लिंक पर ऑनलाइन भरना होगा.

>>आवेदन सिर्फ हिंदी या अंग्रेजी भाषा में ही मानी होगा.

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