मुंबई : एन पी न्यूज 24 – महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का लगातार जारी है। यहाँ अब तक सबसे ज्यादा मौतें हुई है। जबकि कोरोना मरीजों की संख्या भी 3 हजार के पार पहुंच गयी है। कोरोना को रोकने के लिए देश में लगाए गए लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में सैकड़ों मजदूर फंसे हुए हैं। हालांकि शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार ने उनको राहत देते हुए बड़ा फैसला लिया है। महाराष्ट्र सरकार दूसरे राज्यों के करीब एक लाख 25 हजार मजदूरों को उनके गांव को भेजने की इजाजत दी है।
बता दें कि ये सभी मजदूर महाराष्ट्र की चीनी मिलों में काम करने वाले हैं। जिन्हे राज्य सरकार ने उनके गांव भेजने का फैसला किया है। मजदूरों को भेजने का इंतजाम शुगर मिल के मालिक करेंगे। विपक्ष के कई नेताओं ने राज्य सरकार के इस पर खुशी जताई है। राज्य सरकार इन मजदूरों का मेडिकल चेकअप कराएगी, जिसके बाद इन्हें इनके घर भेजा जाएगा। उनकी यात्रा और भोजन आदि की सारी व्यवस्था शुगर मिलों के मालिकों की ओर से की जाएगी। सरकार ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया, जिसके तहत पश्चिमी महाराष्ट्र के शुगर मिल में फंसे करीब 1 लाख से ज्यादा गन्ना मजदूरों को अपने गांव भेजने का ऐलान किया है। बता दें कि हर साल मराठवाड़ा के अलग-अलग ज़िलों से लाखों की तादाद में मजदूर पश्चिमी महाराष्ट्र में आते हैं और करीब 6 महीने यहीँ पर अस्थाई रूप से बनाए गए घरों में रहते हैं और गन्ना बोने और काटने का काम करते हैं।
ऊसतोडणी मजुरांना एक विशेष बाब म्हणुन काही अटींच्यावर आपल्या जिल्ह्यात परतीचा प्रवास करण्यास शासनाने मान्यता दिली आहे. गेले अनेक दिवस हि मागणी होती. ऊस तोडणी मजुरांची राज्यभरातील संख्या एक लाख पंचवीस हजारपेक्षा आहे. pic.twitter.com/91pFWeGqzx
— Jayant Patil (@Jayant_R_Patil) April 17, 2020