कोरोना के संक्रमण रोकने लागू किये कानून की भाजपा ने की अवमानना

जिला प्रशासन की भूमिका को लेकर बढ़ी उत्सुकता

0
पिंपरी। एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पुणे जिले में लोगों से बेवजह घरों से बाहर न रहने की अपील के साथ सभी सरकारी कार्यक्रमों व आयोजनों को रद्द करने की घोषणा की है। साथ ही जिला प्रशासन ने राजनीतिक दलों, सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल, शैक्षिक संस्था- संगठनों के भी किसी कार्यक्रम के लिए अनुमति न देने का फैसला किया है। हालांकि पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सत्तादल भाजपा ने जिला प्रशासन के इस के आदेश को ताक पर रखते हुए रविवार को चिंचवड़ के स्टार होटल में पार्टी नेताओं की एक अहम बैठक की। खुद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रकांत पाटिल ने इस बैठक में शिरकत की, जिन्होंने बैठक से थोड़ी ही देर पहले संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में लोगों को बेवजह घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी।
पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों ने कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। पिंपरी चिंचवड़ में मिले आठ समेत पूरे जिले में इस बीमारी के 15 मरीजों का इलाज जारी है। पुणे समेत महाराष्ट्र में कोरोना के मरीजों की संख्या पूरे देश मे सर्वाधिक है। हालांकि जिला प्रशासन ने इलाज करा रहे सभी मरीजों की तबीयत स्थिर बताई है, मगर एहतियात के तौर पर पूरे जिले के स्कूलों, कॉलेजों, मॉल, थियेटर, जिम बंद करा दिए गए हैं। सभी सरकारी कार्यक्रम व अन्य आयोजन रदद् कर दिए गए हैं। इसके अलावा पूरे जिले में किसी भी आयोजन के लिए अनुमति न देने का फैसला किया है। कोरोना की रोकथाम के लिए 13 मार्च से पूरे जिले में संसर्गजन्य रोग प्रतिबंधात्मक कानून 1897 लागू किया है। इसकी अवमानना करने पर भारतीय दंड संहिता 1860 (45) की धारा 188 के अनुसार कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी जिलाधिकारी नवलकिशोर राम ने दी है।
पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर ने शहरवासियों से बेवजह घरों से बाहर न निकलने और भीड़भाड़ से बचने की अपील की है। विदेश से लौटे 90 लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। कुल मिलाकर पूरे जिले में इमरजेंसी समान हालात हैं। हालांकि मनपा के सत्तादल भाजपा ने इस जमाबंदी को ताक पर रख दिया है। आज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रकांत पाटिल की मौजूदगी में पार्टी नेताओं की एक अहम बैठक संपन्न हुई। चिंचवड़ के एक आलीशान होटल में हुई इस बैठक में करीबन 200 भाजपा नेता व पदाधिकारी शामिल हुए। इस बैठक से पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रकांत पाटिल ने संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में कोरोना के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर की बेवजह घरों से बाहर न रहने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाने और भीड़भाड़ के आयोजन न करने की अपील का समर्थन किया है। हालांकि खुद वे और उनकी पार्टी के स्थानीय नेता इस अपील को ताक पर रखने से नहीं चूके। अब जिला प्रशासन भाजपा नेताओं के खिलाफ क्या एक्शन लेता है? यह देखना दिलचस्प होगा।
बहरहाल पाटिल ने महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पूरे देश में सबसे ज्यादा बताया। उन्होंने कहा कि, इस विपदा से राज्य को उबारने के लिए प्रशासन के हाथ खुले रखने के लिहाज से बजटीय सत्र का कामकाज जल्द निपटाया गया। यह फैसला सरकार व विपक्षी दलों ने मिलकर लिए जाने की बात भी उन्होंने कही। मनपा आयुक्त हार्डिकर नें कोरोना से निपटने के लिए किए गए प्रबन्ध व तैयारी पर संतोष जताते हुए उन्होंने कहा कि इन हालातों में अफवाहों पर लगाम कसने और इस बीमारी के मरीजों के इलाज पर पूरा फोकस करने की जरूरत है। पार्टी के नगरसेवकों को अपने अपने वार्डों में ध्यान देने, लोगों को जागरूक बनाने और सेनेटाइजर बांटने की सूचना भी उन्होंने दी। मनपा ने कोरोना के मरीजों के लिए अलग अस्पताल शुरू किया है, सर्वलेन्स के लिए टीमें गठित की है।
Leave A Reply

Your email address will not be published.