भोपाल एन पी न्यूज 24 – मध्य प्रदेश में एक बार फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में सियासी घमासान जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ‘चिंता की कोई बात नहीं है, हम अपना बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।’ वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक, हरीश रावत और दीपक बाबरिया भोपाल के लिए निकले। वे मौजूदा संकट को लेकर वहां के हालातों का जायजा लेंगे।
Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath: There is nothing to worry about, we will prove our majority. Our government will complete its term. pic.twitter.com/X2HpYd7F08
— ANI (@ANI) March 10, 2020
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि कमलनाथ नाराज विधायकों की घर वापसी की कोशिश करेंगे। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में 100 विधायकों के शामिल होने का दावा किया गया है। जिसके बाद कमलनाथ ने दावा किया है कि उनकी सरकार सुरक्षित है। हम बहुमत साबित कर लेंगे। इधर कर्नाटक में मौजूद नाराज विधायकों को मनाने के लिए कमलनाथ सज्जन सिंह वर्मा और गोविंद सिंह समेत तीन लोग को कर्नाटक भेज रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीसरा दूत कोई गैर राजनीतिक होगा। वहीं कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि विधायकों को कहा गया था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिलाना है इसलिए आपलोग उनके समर्थन में हस्ताक्षर कीजिए। इसी बहाने से कराए हस्ताक्षर के कागज को विधायकों के इस्तीफे के रूप में पेश किया गया है।
मध्यप्रदेश में क्या है समीकरण –
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 बीजेपी, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की संख्या 92 हो जाएगी। वहीं इस्तीफा देने वाले विधायकों की सस्यता जाने पर बहुमत का नंबर 104 हो जाएगा।