पटना. एन पी न्यूज 24 –बिहार में राज्यसभा की लड़ाई तेज हो गई है। सबकी अपनी-अपनी मांगें हैं। लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव भी राज्यसभा जाने के लिए बेताब हैं। इधर, कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा चाहते हैं कि लालू यादव उन्हें कांग्रेस से राज्यसभा भिजवाएं। वहीं बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल की राज्यसभा जाने की महत्वाकांक्षा जग गयी है। हालात यह हैं कि कांग्रेस की ओर से इस मामले में आरजेडी सुप्रीमो को चिट्ठी लिखने की बात भी सामने आ रही है। यही वजह है कि राज्यसभा की सीट भले ही दो है, लेकिन तेजस्वी के सामने चुनौतियां अनेक हैं।
बता दें कि बिहार से राज्यसभा में 16 सीटें हैं। इनमें से जेडीयू – 6, बीजेपी-4, आरजेडी -3 और एलजेपी के साथ कांग्रेस के एक-एक सदस्य शामिल हैं। 16 में से 1 सीट अभी भी खाली है। बिहार में राज्यसभा की एक सीट के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ती है। इस लिहाज से खाली होने वाले 5 सीटों में से दो जेडीयू, दो राजद और एक सीट पर बीजेपी की जीत लगभग तय है। जेडीयू में भी दो सीटों के लिए कई दावेदारियां हैं। एक सीट पर हरिवंश की दावेदारी लगभग तय मानी जी रही है। दूसरी सीट के लिए मंथन यह चल रहा है कि इसपर अति पिछड़ा और मुस्लिम में से किसे राज्यसभा भेजा जाए। हालांकि दावेदार केसी त्यागी भी हैं, जिन्हें पहले शरद यादव की सीट पर भेजे जाने की चर्चा की जा रही थी। सूत्र यह भी बताते है कि दवा किंग सम्प्रदा सिंह के बेटे भी सीधे नीतीश कुमार के संपर्क में हैं। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि दूसरी सीट के लिए नीतीश कुमार चौंकाने वाला निर्णय ले सकते हैं। बीजेपी के अंदरखाने में जिन नामों पर खूब चर्चा हो रही है, उनमें मौजूदा विधान परिषद सदस्य संजय मयूख, सांसद डॉक्टर सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर, सांसद आरके सिन्हा के पुत्र ऋतुराज सिन्हा, बीजेपी के कार्यालय प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार का नाम शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा की एक सीट पर SC/ST कार्ड खेल सकती है।