पाकिस्तान में महंगाई ने तोड़ा पिछले 7 सालों का रिकार्ड, रोजमर्रा की चीजों के भाव छू रहे हैं आसमान

महंगाई  का आंकड़ा 11 फीसदी को भी पार कर, 11.6 फीसदी पर पहुंचा

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एन पी न्यूज 24 – अपने कर्मों की सजा झेल रहा पाकिस्तान आज पाई-पाई का मोहताज हो गया है. आज की तारीख में उसे चारों तरफ से चोंट मिल रही है. देशी-विदेशी आर्थिक नीतियों और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से दुनिया ने पाकिस्तान से किनारा कर लिया है. ऐसे में खबर आ रही है कि पाकिस्तान में महंगाई ने पिछले (87 महीने) 7 सालों का रिकोर्ड तोड़ दिया है. रोजमर्रा की चींजों के भाव आसमान छू रहे हैं. इसलिए पहले ही आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पाकिस्तान पर यह एक और गहरी चोट लगी है. यहाँ लोगों को अपना पेट पालना मुश्किल हो गया है.

रिपोर्ट्स आ रही है कि पाकिस्तान में महंगाई  का आंकड़ा 11 फीसदी को भी पार कर, 11.6 फीसदी पर पहुंच गया है.

क्या-क्या हुआ महंगा

फिलहाल पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल के दाम क्रमश: 117.83 रुपये और 132.47 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं, जबकि पिछले साल अगस्त माह के दौरान इनका भाव क्रमश: 95.24 रुपये और 112.94 रुपये प्रति लीटर था.

इसके अलावा खाने के तेल की कीमत खाद्य तेल की कीमत 180-200 रुपये से बढ़कर 200-220 रुपये प्रति किलो हो गई. यहीं नहीं दालों की कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है. मूंग, मसूर और अरहर की दालें, जो पहलेलगभग 90 रुपये से 100 रुपये के बीच थीं, अब बढ़कर 150 रुपये से 180 रुपये हो गई हैं.

बता दें कि पिछले साल जब इन चीजों के भाव कम थे, उसी दौरान इमरान खान सत्ता में आए थे, उसके 1 साल बाद उन्होंने महंगाई दर घटाने की जगह, इनमें बढ़ोतरी जरूर करवा दी है.

महंगाई बढने के क्या है कारण

–    पाकिस्तानी करेंसी में आई कमजोरी

–    IMF की शर्तें मानना भी महंगाई बढने का कारण

–    वर्तमान राजनैतिक कारण

–    फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा अपनी ग्रे लिस्ट में डाले जाने के बाद हाल ही में  एशिया पैसिसिफ समूह (एपीजी) ने भी पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करते हुए, आर्थिक सहायता रोक दी है.

–    आर्थिक गति तेजी से नीचे गिर रही है

–    भारत से व्यापारिक रिश्ते खत्म करना भी एक कारण माना जा रहा है

विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में पाकिस्तान की महंगाई दर और अधिक बढ़ सकती है. क्योंकि पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने का तेल व अन्य खाद्य सामग्रियां मुख्यत: आयात की जाती है. वहीं पाकिस्तानी रुपया 200 प्रति डॉलर के स्तर को छू सकता. ऐसे में आगामी दिनों में पाकिस्तान की तंगहाली निश्चित है.

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