पालघर मॉब लिंचिंग : महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने जारी किये सभी आरोपियों के नाम, एक भी मुस्लिम नाम नहीं
पालघर :एन पी न्यूज 24 – लॉकडाउन के दौरान हालही में महाराष्ट्र में एक मॉब लिंचिंग की घटी। करीब 200 लोगों की भीड़ ने महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव में जूना अखाड़े के दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। वहीं, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों और 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिनमें से 101 को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
अब महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सभी आरोपियों के नाम जारी कर दिए है। देशमुख ने स्पष्ट किया है कि पालघर में पीट-पीटकर हत्या करने की घटना में गिरफ्तार लोगों में से कोई भी मुस्लिम नहीं है। घटना के संबंध में एक वायरल वीडियो पर देशमुख ने कहा है कि ‘वीडियो में एक आवाज़ सुनाई दी ‘ओये बस’ | लोगों ने इसे शोएब बस’ बता कर वायरल किया। सभी राज्य महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले में सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की।’ देशमुख ने आगे कहा कि ‘सीआईडी में एक विशेष आईजी स्तर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। लेकिन, मैं यह बताना चाहूंगा कि पुलिस ने अपराध के 8 घंटे के भीतर 101 लोगों को गिरफ्तार किया। हम आज व्हाट्सएप के माध्यम से अभियुक्तों के नाम जारी कर रहे हैं, उस सूची में कोई मुस्लिम नहीं है।’
The list of the 101 arrested in the #Palghar incident. Especially sharing for those who were trying to make this a communal issue.. pic.twitter.com/pfZnuMCd3x
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 22, 2020
देशमुख ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि ‘कुछ लोग ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ देख रहे हैं. यह राजनीति करने का नहीं बल्कि एक साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने का समय है।’ गौरतलब हो कि 16-17 अप्रैल की दरमियानी रात दाभडी खानवेल रोड के आदिवासी गांव गड़चिनचले गांव में लोग पहरेदारी कर रहे थे। उसी रात एक कार गांव में पहुंची, जिसमें दो साधु सवार थे। ये साधुएँ जूना अखाड़े के दो साधु अपने ड्राइवर के साथ मुंबई से गुजरात के सूरत में अपने साथी के अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे। महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक कार गांव में आते देख ग्रामीण सतर्क हो गए। उन्होंने कार रुकने का इशारा किया लेकिन कार नहीं रुकी तो भीड़ ने उस कार पर पथराव शुरू कर दिया।
मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70), सुशीलगिरी महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई। महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सोमवार को पालघर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।