लॉकडाउन सही, पर अनियोजित… सोनिया ने कहा- दुनिया के किसी देश ने ऐसा नहीं किया, बेबस हो गए हैं देश के लाखों मजदूर
नई दिल्ली, एन पी न्यूज 24 – कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना को लेकर गुरुवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा। सोनिया गांधी ने कहा कि 21 दिन का लॉकडाउन जरूरी था, लेकिन इसे अनियोजित तरीके से लागू किया गया। लॉकडाउन के कारण लाखों प्रवासी का उत्पीड़न हुआ।
यह है वास्तविकता : केंद्र सरकार ने अभी तक इस बात की कोई घोषणा नहीं की है कि भारत में फैले कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन के कारण पहले से ही सामना कर रहे आर्थिक आपातकाल से निपटने की उसकी क्या योजना है। कोरोना वायरस रोग 2019 (कोविड-19) के प्रसार और इसके आगे के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए लागू किए गए अनियोजित लॉकडाउन ने ऐसे लाखों लोगों के जीवन में एक आर्थिक तबाही मचा दी है, जो अनौपचारिक क्षेत्र में काम करते हैं– इनमें न केवल दिहाड़ी मज़दूर हैं , बल्कि अनियमित अर्थव्यवस्था में काम करने वाले मजदूर भी हैं।
ध्यान इधर भी जरूरी : मोदी सरकार से मांग करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार को डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा कर्मचारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण प्रदान करना चाहिए। सरकार को नामित अस्पतालों, बेड की संख्या, क्वारंटाइन और परीक्षण सुविधाओं और चिकित्सा आपूर्ति का विवरण प्रकाशित करना चाहिए। फसल कटाई के लिए किसानों पर लगा प्रतिबंध हटाना चाहिए।
इनके लिए खास अपील : सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से मध्यम वर्ग के लिए एक सामान्य न्यूनतम राहत कार्यक्रम तैयार करने और प्रकाशित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों, फ्रंटल संगठनों, हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ना चाहिए और उन परिवारों को अपनी मदद की पेशकश करनी चाहिए जो अत्यधिक जोखिम में हैं।
राहुल भी बोले : मजदूरों के पलायन पर राहुल गांधी ने कहा कि दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं है, जो मजदूरों के रहने, खाने और उनके राशन की व्यवस्था किए बिना लॉकडाउन का ऐलान कर देता है।