Coronavirus Lockdown: देश में 21 दिन के लिए जनता हुई ‘ट्रैप्ड’, इन पांच फ़िल्मों में दिखाई गई है कुछ  ऐसी ही कहानी

0

 एन पी न्यूज 24  कोरोना वायरस से संक्रमण न हो इसके मद्देनजर देश में 21 दिन का लॉकडाउन है. लेकिन क्या आप जानते हैं कई हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्मों में लॉकडाउन या अकेले फंसे लोगों की कहानी बताई गई है. इन फिल्मों में बताया गया है कि ऐसी स्थिति में फंसे लोगों को किन-किन हालातों का सामना करना पड़ता है. जानिए कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में…

ट्रैप्ड

साल 2016 में फ़िल्म ‘ट्रैप्ड’ आई थी. इसमें एक ऐसे आदमी की कहानी है, जो एक कमरे में लंबे समय तक अकेला फंस जाता है. इसमें राजकुमार राव मुख्य रोल में हैं. इसमें मुख्य किरदार भूख के कारण चीटीं और कीट जैसी चीजें खाने को मजबूर हो जाता है.

हाउस अरेस्ट

साल 2019 में नेटफ्लिक्स पर फ़िल्म ‘हाउस अरेस्ट’ आई थी। इसमें मिर्ज़ापुर’ फेम श्रेया पिलगांवकर और अली फज़ल मुख्य रोल में हैं. इसमें अली फज़ल का किरदार खुद को ही लंबे समय तक घर में आइसोलेट कर लेता है.

36 घंटे

यह फिल्म साल 1974 में आई थी. इसे तिलक राज ने निर्देशित किया था. इस फिल्म में राजकुमार और माला सिन्हा व एक पत्रकार के परिवार को जेल से फरार दो गुंडे 36 घंटे तक बंधक बना लेते हैं. यह फ़िल्म हंगामा के स्ट्रमिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है.

कास्ट अवे

टॉम हैंक्स की ‘कास्ट अवे’ नामक यह एक सरवाइल मूवी है. इस फिल्म में कैरियर कंपनी के अधिकारी का प्लेन क्रैश हो जाता है। इसके बाद वह बचते-बचाते समुद्र के रास्ते एक आईलैंड पर पहुंच जाता है. यहां पर सिर्फ जानवरों से ही उसका सामना होता है. इसमें उसके ज़िदा रहने का संघर्ष है. इस मूवी को ऑस्कर के लिए भी नॉमेनिटेड किया गया था. यह फ़िल्म नेटफ्लिक्स पर मौजूद है.

127 ऑवर्स

यह फिल्म साल 2010 में आई थी. यह भी एक सरवाइल की कहानी है. इसमें फ़िल्म का मुख्य किरदार दोस्तों क साथ जंगल में घूमने जाते हैंम लेकिन बाद भी कुछ ऐसा घटना है जिसके बाद वह जंगल में अकेला फंस जाता है. इसमें बताया गया है कि वह जिंदा रहने के लिए अपनी पेशाब तक पी जाता है. इस फिल्म को भी ऑस्कर के लिए नॉमेनिटे किया गया था.

Leave A Reply

Your email address will not be published.