नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है। कोरोना के नाम से लोगों में डर है। हर कोई इससे बचाओं के तरीके ढूंढ रहे है। कोई मास्क का इस्तेमाल कर रहे है तो कोई हैंड वाश का सहारा लेकर अपने आप को बचाने में जुट गए है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक खबर ने जोर पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यदि कोई इंसान अपनी सांस को पूरे 10 सेकंड तक रोक सकता है तो समझ लीजिए, उसका शरीर कोरोना वायरस की चपेट में नहीं है।
बता दें कि कोरोना को लेकर सोशल मीडिया पर अब तक कई अफवाह फ़ैल चुकी है। सरकार ने इस पर न ध्यान देने की अपील भी की है। सांस रोखने वाली खबर के मुताबिक, यदि 10 सेकंड सांस रोकने पर किसी व्यक्ति को खांसी, गले में जकड़न या अन्य कोई समस्या नहीं होती तो वह इंसान बिल्कुल ठीक है। बता दें कि 13 मार्च को फेसबुक पर डाले गए एक पोस्ट में इसके बारे बताया गया था।
अब इस खबर पर यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के चीफ क्वालिटी ऑफिसर डॉक्टर फहीम यूनुस ने कुछ बताई है। डॉ. फहीम ने सोशल मीडिया पर किए जा रहे ऐसे दावों को महज अफवाह बताया है। उन्होंने बताया है कि पूरी दुनिया में ऐसे कई कोरोना वायरस पीड़ित हैं जो 10 सेकेंड से ज्यादा अपनी सांस रोक पाने में सक्षम हैं। जबकि दूसरी ओर, कई बुजुर्ग कोरोना वायरस पीड़ित न होने पर भी इतनी देर अपनी सांस को नहीं रोक सकते।
भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 511 तक पहुंच गयी है जबकि 10 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र और केरल हैं। महाराष्ट्र में अब तक 101 और केरल में 95 केस सामने आए हैं।