Indrani Balan Foundation | ‘इंद्राणी बालन फाउंडेशन’ कश्मीर में और स्कूलों को दत्तक लेगा – पुनीत बालन
‘‘डैगर परिवार स्कूल’’का दूसरा स्थापना दिवस उत्साह से मनाया गया
पुणे : एन पी न्यूज 24 ऑनलाइन – Indrani Balan Foundation | कश्मीर के बारामुला भाग में ‘इंद्राणी बालन फाउंडेशन’ और ‘चिनार कॉर्प्स’ की तरफ से स्पेशल बच्चों के लिए चलाए जा रहे ‘‘डैगर परिवार स्कूल’’ का दूसरा स्थापना दिवस हाल में उत्साहपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ. इस कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम व नृत्य पेश कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस मौके पर कश्मीर घाटी में और स्कूलों को दत्तक लेने की घोषणा फाउंडेशन के अध्यक्ष और युवा उद्योगपति पुनीत बालन ने की.(Indrani Balan Foundation)
दहशत की छाया में बढ़ रहे कश्मीर के बारामुला जिले में ‘इंद्राणी बालन फाउंडेशन’ और ‘चिनार कॉर्प्स’ द्वारा संयुक्त रूप से अक्टूबर 2021 से डैगर परिवार के जरिए दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूल शुरू की गई है. इस स्कूल में फिलहाल 103 विद्यार्थी पढ़ाई करते है. इस स्कूल का दूसरा स्थापना दिवस हाल ही में उत्साह से मनाया गया. इस कार्यक्रम में फाउंडेशन के अध्यक्ष पुनीत बालन, ‘आरएमडी फाउंडेशन’ की अध्यक्षा जान्हवी धारीवाल-बालन, 19 इन्फैंट्री डिविजन के मेजर जनरल राजेश सेठी के साथ सेना के कई अधिकारी व कई अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित थे. इस मौके पर विशेष विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य पेश कर उपस्थित लोगों का मन जीत लिया.(Indrani Balan Foundation)
इस मौके पर जान्हवी धारीवाल-बालन ने कहा कि, ‘‘कश्मीर में फाउंडेशन ने सेना की मदद से 11 स्कूल शुरू किए है, इनमें से यह स्पेशल स्कूल है. इन बच्चों में सामान्य बच्चों की तुलना में अधिक क्षमता है, ऐसे बच्चों को कई उचित मौके उपलब्ध कराना फाउंडेशन का मुख्य मकसद है. इसके जरिए वे प्रगति कर सकते है.’’
मेजर जनरल राजेश सेठी ने कहा कि, ‘‘इंद्राणी बालन फाउंडेशन के सहयोग से सेना निश्चित रूप से स्कूलों की मूलभूत सुविधाओं में सुधार करेगी. ताकि अधिक से अधिक बच्चों को यहां मौके उपलब्ध हो सके और उनके कला गुणों को बढ़ावा मिले.’’ इस कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने भारतीय सेना और फाउंडेशन के कार्यों की प्रशंसा की.
‘‘इंद्राणी बालन फाउंडेशन के जरिए शुरू किए गए स्कूलों में कश्मीर की नई पीढ़ी तैयार हो रही है. कश्मीरी विद्यार्थियों में निश्चित रूप से टैलेंट है. ऐसे में दहशत की छाया बढ़ रहे विद्यार्थियों के जरिए भविष्य में अपने देश को आगे ले जाने वाले हीरे तैयार होंगे ऐसा विश्वास हमें है. इसलिए आने वाले समय में हमारी योजना और कुछ नये स्कूल शुरू करने की है.’ – पुनीत बालन, अध्यक्ष, इंद्राणी बालन फाउंडेशन
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