नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24- अफ्रीका के सब-सहारा इलाके में अगले 6 महीनों में 5 लाख ज्यादा एड्स मरीजों की मौत हो सकती है, क्योंकि इनमें से 64 फीसदी एंटीरेट्रोवायरस थैरेपी के सहारे जिंदा हैं और कोरोना वायरस फैलने के बाद इन इलाकों के हेल्थ सिस्टम की हालत खराब हो गई है। HIV क्लीनिक्स पर ARV की सप्लाई नहीं हो पा रही है। एड्स के मरीज अपनी दवा के डोज मिस कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह 2008 में एड्स से मरने वालों का रिकॉर्ड तोड़ देगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूएनएड्स ने मॉडलिंग स्ट्डी के अनुसार अनुमान लगाया है कि अगर इन्हें दवा और थैरेपी सही समय पर नहीं मिली तो अगले छह महीनों में मोजाम्बिक में 37 फीसदी मरीज बढ़ जाएंगे। मलावी और जिम्बॉब्वे में 78-78 फीसदी और यूगांडा में 104 फीसदी बच्चे HIV संक्रमित हो सकते हैं।
यह है स्थिति : बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में अब तक 2.97 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 43.45 लाख से ज्यादा लोग बीमार या संक्रमित हैं, लेकिन अभी तक इस वायरस को रोकने का तरीका नहीं खोजा जा सका है। WHO ने बताया कि यह स्टडी बताती है कि धरती पर एड्स, टीबी, मलेरिया जैसी अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए कोरोना वायरस कितना खतरनाक है। ऐसी बीमारियों से परेशान लोग भले ही कोरोना ग्रसित न हो, लेकिन वो किसी न किसी तरीके से ज्यादा दिक्कत में आ सकते हैं।
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