नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड (वीपीएफ) में एक स्कीम के तहत पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ ) से ज्यादा ब्याज मिल दिया जा रहा है। इसमें पीपीएफ से ज्यादा ब्याज मिलता है और पीपीएफ से 18 महीने पहले आपका पैसा दोगुना हो जाता है। वीपीएफ में निवेश करने के लिए आपको अलग से कोई खाता खोलने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा इस पर मिलने वाला ब्याज 80C के तहत टैक्स फ्री भी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ ) की ही एक योजना है। इस योजना के तहत लाभ लेने वाले कर्मचारी अपनी इच्छा से अपने वेतन का कोई भी हिस्सा वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड खाते में योगदान कर सकता है। यह योगदान सरकार द्वारा अनिवार्य 12 फीसदी पीएफ की अधिकतम सीमा से अधिक होना चाहिए। इस पर ब्याज दर ईपीएफ के समान होगी और यह राशि ईपीएफ योजना के खाते में जमा की जाती है।
वीपीएफ Vs पीपीएफ –
वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड पर इस समय पीपीएफ के मुकाबले अधिक ब्याज मिल रहा है। वीपीएफ पर ब्याज दर ईपीएफ के बराबर ही मिलती है। मार्च में सरकार की तरफ से ईपीएफ की ब्याज दर में 0.10 फीसदी की कटौती की गई थी। इस समय ईपीएफ के साथ ही वीपीएफ पर ब्याज दर 8.50 फीसदी है। क्योंकि वीपीएफ की राशि ईपीएफ अकाउंट में ही जमा होती है, इस कारण दोनों की ब्याज दर भी एक समान रहती है। दूसरी तरफ मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की ब्याज दर है।
प्राइवेट कंपनियों ने भी वीपीएफ को ऑनलाइन कर दिया है। इसमें अपना निवेश घटा-बढ़ा सकते हैं और कभी भी इसे बंद करा सकते हैं। बता दें कि पीपीएफ में आप जहां एक साल में अधिकतम 1.50 लाख रुपये तक ही निवेश करने की सीमा। वहीं वीपीएफ में निवेश करने की कोई सीमा नहीं है। इसमें से पैसा तभी निकाल सकते हैं जब आप रिटायर हों या फिर नौकरी छोड़ दें।
जानें कब होगा डबल पैसा?
फाइनेंस का एक खास नियम है रूल ऑफ 72 है। अगर आपने पीपीएफ में निवेश किया और यहां आपको सालाना 7.1% ब्याज मिलता है। ऐसे में आपको रूल 72 के तहत 72 में 7.1 का भाग देना होगा। 72/7.1= 10.14 साल, यानी पीपीएफ में आपके पैसे 10.14 साल में दोगुने हो जाएंगे। वहीं वीपीएफ में ब्याज दर 8.50 फीसदी है। आपको 72 में 8.50 से भाग देना होगा। 72/8.50= 8.47 साल, यानी वीपीएफ में आपका पैसा 8.47 साल में डबल हो जाएगा।