पुणे। एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस के संक्रमित नौ मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को दुबई से एक और फ्लाइट पुणे पहुंची। इस फ्लाइट में 11 विदेशी समेत कुल 129 यात्री सवार थे। उनमें से किसी ने भी 15 फरवरी के बाद से अब तक किसी भी ऐसे देश की यात्रा नहीं की है जहां कोरोना का संक्रमण सर्वाधिक है। एयरपोर्ट पर की गई जांच और पूछताछ में यह बात सामने आने के बाद पुणे जिला प्रशासन ने राहत महसूस की है। हालांकि इनमें शामिल एक माँ ने खांसी की शिकायत रहने की जानकारी देने से उसे उसके एक साल के बेटे को नायडू हॉस्पिटल में भेजा गया है।
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जिला प्रशासन द्वारा जारी किए बयान में कहा गया है कि, दुबई से आने वाले विमान से शुक्रवार को पुुणे पहुंचे यात्रियों में से किसी ने भी बीते कुछ हफ्तों के दौरान कोरोना वायरस से ”सबसे अधिक प्रभावित” सात देशों में से एक भी देश की यात्रा नहीं की है। स्पाइसजेट की इस उड़ान में 129 से यात्री सवार थे, जिसमें 11 विदेशी यात्री शामिल है। कोरोना यानी कोविड-19 के सबसे अधिक प्रभावित देशों में चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी शामिल हैं। इन देशों में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।
जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार को कहा था कि दुबई-पुणे उड़ानों का कोई यात्री अगर 15 फरवरी के बाद में इन देशों की यात्रा करके आया होगा तो उसे ”पृथक” रखा जाएगा, भले ही उनमें वायरस के लक्षण पाये जाए या नहीं। आज स्पाइसजेट की उड़ान 129 यात्रियों को लेकर दुबई से पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची। उनका यात्रा इतिहास खंगालने पर पाया गया कि उनमें से किसी भी यात्री ने 15 फरवरी के बाद कोरोना वायरस से सबसे अधिक संक्रमित सात देशों में से एक भी देश की यात्रा नहीं की। बहरहाल, हल्की खांसी की शिकायत होने पर एक महिला यात्री और उसके एक साल के बच्चे को सरकारी नायडू अस्पताल में अलगाव वार्ड में भर्ती कराया गया है। इन दो यात्रियों के अलावा किसी में भी कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। हालांकि सभी यात्रियों को घर में अलग रहने के लिए कहा गया है और अगले कुछ दिनों के लिए उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी।’