इस्लामाबाद.. एन पी न्यूज 24 – पाकिस्तान में 2018 में जैनब के साथ रेप करके उनकी हत्या कर दी गई थी। करीब दो साल बाद पाकिस्तानी संसद ने बच्चों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के खिलाफ कानून पारित किया है। इस कानून को सात साल की मासूम जैनब अंसारी के नाम पर जैनब अलर्ट, रिस्पांस ऐंड रिकवरी बिल नाम दिया गया है। बता दें कि जैनब बलात्कार केस में दोषी इमरान अली (24 साल) को वर्ष 2018 में फांसी दे दी गई थी। मामले पर पाकिस्तान ने सिर्फ 9 महीने में कड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। दरिंदे अली ने एक नहीं बल्कि 9 लड़कियों को अपना शिकार बनाने की बात खुद कबूली थी। इनमें से एक 7 साल की जैनब भी थी। उसका शव 9 जनवरी को एक कूड़ेघर के पास से मिला था। अली ने उस मासूम को उसकी आंटी के घर से उठा लिया और फिर रेप करने के बाद गला घोंट कर मार दिया था। कातिल को पकड़ने के लिए 1150 मर्दों के डीएनए जांच की गई। डीएनए रिपोर्ट से रेप में अली के होने का पता लगा था।
सरकार के कानून बनाने के इस फैसले का देश के मानवाधिकार संगठनों ने स्वागत किया है। इस विधेयक के जरिए एक एजेंसी बनाई जाएगी जो और ज्यादा तेजी से बच्चों के लापता होने के मामले में कार्रवाई करेगी। इस विधेयक को पहले ही संसद के ऊपरी सदन से पारित कर दिया गया है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा।