भोपाल . एन पी न्यूज 24- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा से नजदीकी बढ़ाई, मगर यह आसान नहीं था। इसे आसान बनाया बड़ौदा राजपरिवार की महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड ने। ज्योतिरादित्य सिंधिया के ससुराल पक्ष से वह खुद खडी़ हुईं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मध्यस्थता कराने में अहम भूमिका निभाई। 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया की ससुराल बड़ौदा राजघराने में है। सिंधिया परिवार के एक करीबी सूत्र ने बताया कि ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी बड़ौदा के गायकवाड राजघराने से हैं। इस वजह से उनका वहां अक्सर आना जाना रहता है। बड़ौदा की महारानी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अत्यधिक सम्मान करते हैं और उनसे उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने बताया कि सोनिया जी ने सिंधिया की बातें नहीं सुनीं। राहुल ने भी उन्हें कहा कि आप (मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री) कमलनाथ के साथ बात कर अपने मतभेदों को सुलझाओ। सूत्र ने बताया कि लेकिन कमलनाथ द्वारा भी उनकी समस्याओं को अनसुना कर दिया इससे सिंधिया कांग्रेस से नाराज हो गये थे। रविवार को भी सिंधिया ने सोनिया से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया।
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