भोपाल. एन पी न्यूज 24 – मध्य प्रदेश में सियासी घमासान थमा नहीं है। कयास और अंदेशे जारी हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री कमलनाथ दिल्ली पहुंचे हैं। दरअसल, यह तेजी राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस अपने दो और विधायकों को वापस यहां लाने की कोशिशों के चलते आई है।
राजनैतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि मौजूदा राजनैतिक हालातों के बीच अब सबकी निगाहें राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकनपत्र दाखिले की अंतिम तिथि 13 मार्च के साथ ही चुनाव के लिए मतदान और बजट सत्र पर टिकी हुयी हैं राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान 26 मार्च को होगा और उसी दिन नतीजे भी घोषित होंगे। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकनपत्र दाखिले की अंतिम तिथि 13 मार्च हैं। इसके अलावा 16 मार्च से राज्य विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र भी शुरू हो रहा है। इन सभी के बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वहीं भाजपा विधायक अरविंद भदौरिया और अन्य विधायकों की गतिविधियों पर भी सभी की निगाहें टिकी हुयी हैं।जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी विधायक और पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने रविवारको मुख्यमंत्री निवास में कमलनाथ से मुलाकात की। मुलाकात के बाद बिसाहूलाल सिंह ने पत्रकारों से कहा कि वे ‘तीरथ करने गए थे। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि किसी ने उन्हें बंधक बनाया था। उन्होंने कमलनाथ सरकार के प्रति पूरा समर्थन जताया और कहा कि उन्हें पहले से समर्थन था और आगे भी जारी रहेगा। अलबत्ता उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी, उनके कार्य नहीं हो रहे थे।
इसके बाद दो दिन पहले बंगलूर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को राज्य सरकार के एक मंत्री विमान से लेकर पहुंचे और उन्होंने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की उन्होंने भी उन्हें बंधक बनाने की बात से इंकार किया था और कहा था कि वे पारिवारिक कार्य से बंगलूर गए थे। अलबत्ता उन्होंने ये आरोप जरूर लगाया था कि उन्हें बंगलूर में एयरपोर्ट जाते वक्त कुछ लोगों ने दो बार रोकने का प्रयास किया और इस वजह से उनकी फ्लाइट भी छूट गयी थी।वहीं एक भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुयी है वे हाल के दिनों में तीन चार मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष से मिल चुके हैं। त्रिपाठी का दावा है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र मैहर के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री से मिले हैं। उनका कहना है कि उन्हें तो सिर्फ अपने क्षेा के विकास से मतलब है फिर चाहे भाजपा हो या कांग्रेस।