झारखंड भी गया! सिर्फ डेढ़ साल में महाराष्ट्र सहित 7 राज्य हुए भाजपा’मुक्त’

0

एन पी न्यूज 24 – झारखंड विधानसभा परिणाम की तस्वीर धीरे-धीरे स्पष्ट हो रही है. पहले चार घंटे की मतगणना के बाद बीजेपी के हाथों से झारखंड फिसलते दिखाई दे रहा है. राज्य की 81 सीटों के लिए मतगणना आज सुबह 8 बजे शुरू हो गई है. शुरुआती रुझानों में  भाजपा पिछड़ती दिखी. मतगणना के पहले कुछ घंटों में, कांग्रेस-भाजपा ने कांटे की टक्कर देखने को मिली. भाजपा का सीधा सामना  झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल से हैं. पहले चार घंटे की गिनती के बाद, कांग्रेस ने बहुमत के लिए आवश्यक सीटों की संख्या के आंकड़े को पार कर लिया. दोपहर 12 बजे तक कांग्रेस और सहयोगी दल 42  सीटों पर आगे चल रहे थे,  जबकि भाजपा 29 सीटों पर आगे थी.

अंदाजा लगाया जा रहा है कि अंतिम परिणाम भाजपा को छटका दे सकते हैं. साथ ही यह स्पष्ट होता दिखाई दे रहा है कि कांग्रेस-झामुमो ने मोर्चा संभाल लिया है. देश जानता है कि पिछले महीने भी  भाजपा ने महाराष्ट्र में सत्ता खो दी थी. नतीजतन,  देश के कुल भूप्रदेशों में से केवल 33% हिस्से पर भाजपा का अस्तित्व रह गया है. साल 2018 में भाजपा की सत्ता 71% भूभाग पर थी.

साल 2014 में केंद्र में सत्ता हासिल करने के बाद, बीजीपी का जीत का सिलसिला शुरू हुआ था. साल 2014 तक केवल 7 राज्यों में सत्ता में रही भाजपा ने साल 2018 के अंत तक देश के 22 राज्यों में अपनी सत्ता स्थापित की. मोदी और अमित शाह की चाणक्य नीति से भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त हो गया. लेकिन साल 2018 के मध्य के बाद, भाजपा की  विजयी दौड़ धीमी पड़ गई.

साल 2014 में भाजपा खुद के बल पर और सहयोगी दलों के समर्थन से गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गोवा और अरुणाचल प्रदेश की सत्ता पर काबिज थी. साल 2018 के दौरान 8 राज्यों – तमिलनाडु (AIADMK), केरल (LDF), कर्नाटक (कांग्रेस), मिजोरम (कांग्रेस), पंजाब (कांग्रेस), ओडिशा (BJD), पश्चिम बंगाल (तृणमूल कांग्रेस और तेलंगाना (TRS)) में भाजपा की सरकारें नहीं थीं.

हालांकि, विजयी रथ धीमा होने के बाद भी भाजपा ने मिजोरम जैसे राज्य में जीत हासिल की. वहीं दूसरी ओर भाजपा को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में सत्ता गंवानी पड़ी. आंध्र प्रदेश में भी, तेलुगु देशम पार्टी भाजपा से हट गई और एनडीए छोड़ने का फैसला किया। जम्मू और कश्मीर में, दिसंबर से राष्ट्रपति शासन लागू होने के कारण भाजपा और पीडीपी की सरकार को भी बर्खास्त कर दिया गया था.

हालाँकि वर्तमान (साल 2019) में भी भजपा का पतन जारी है. बीजेपी ने लोकसभा में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. लेकिन,  स्थानीय सत्र पर भाजपा को शिकस्त मिल रही है. हाल ही में भाजपा के हाथों से  महाराष्ट्र की सत्ता भी निकल गई. उसके बाद, अब झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल ने झारखंड में भाजपा को हरा दिया है, जो कि भाजपा के लिए खतरे की घंटे है.

visit : npnews24.com

Leave A Reply

Your email address will not be published.