कहीं आपका जिला भी खतरनाक तो नहीं… जानने के लिए सरकार ने देश को 3 भागों में बांटा, घर-घर होगा सर्वे

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नई दिल्ली.एन पी न्यूज 24- कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए अब देश को अब रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन में बांटा जाएगा। इसका निर्णय कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या के आधार पर किया जाएगा। चीन के वुहान शहर को इसी तरह रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन में बांटा गया था। देश के 170 जिलों को रेज जोन में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना इस प्रकार है-
– देश में कुल 170 जिले रेड जोन हैं, वहीं 207 जिले आरेंज जोन है। देश में कुल 736 जिलों में 359 जिले पूरी तरह से कोराना से मुक्त हैं और ग्रीन जोन में हैं।
-रेड और आरेंज जोन में कोरोना वायरस का कंटेनमेंट प्लान लागू होगा और वहां किसी तरह की आर्थिक गतिविधि की इजाजत नहीं दी जाएगी।
-ग्रीन जोन में शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता के साथ आर्थिक व सामाजिक गतिविधियों की इजाजत मिलेगी। 28 दिन तक कोरोना का एक भी मरीज सामने नहीं आने के बाद आरेंज जोन ग्रीन जोन में तब्दील हो जाएगा।
– रेड जोन में कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां कोरोना का आउटब्रेक हुआ है। ऐसे जिलों की संख्या 123 है। कुछ रेड जोन वाले जिले में कोरोना के बहुत सारे मरीज सामने आए हैं। वहां कलस्टर बन गए हैं। ऐसे जिलों की संख्या 47 हैं।

देश में रेड जोन के जिले 170 : स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बिहार का सीवान, दिल्ली के दक्षिणी, दक्षिणी पूर्वी, शाहदरा, पश्चिमी उत्तरी और मध्य दिल्ली, उत्तरप्रदेश के आगरा, नोएडा, मेरठ, लखनऊ गाजियाबाद, शामली, फिरोजाबाद, मोरादाबाद और सहारनपुर रेड जोन में कोरोना आउटब्रेक वाले जिलों में शामिल है। बिहार का मुंगेर, बेगुसराय और गया, दिल्ली का उत्तरी-पश्चिमी, उत्तराखंड के नैनीताल और उधम सिंह नगर और उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर, सीतापुर, बस्ती और बागपत रेड जोन के कलस्टर वाले जिलों में है।

आरेंज जोन के जिले 207 : बिहार के गोपालगंज, नवादा, भागलपुर,सारन, लखीसराय, नालंदा और पटना, दिल्ली का उत्तरी-पूर्वी और उत्तरप्रदेश के कानपुर नगर, वाराणसी, अमरोहा, हापुड़, महाराजगंज, प्रतापगढ़ और रामपुर जैसे जिले ऑरेंज जोन में शामिल हैं, जहां न तो कोरोना का कलस्टर और न ही आउटब्रेक हुआ है। यहां कुछ केस पाए गए थे।
रेड जोन वाले इलाके में घर-घर होगा सर्वे : जहां रेड जोन वाले इलाके में घर-घर सर्वे कर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच की जाती है और पूरे इलाके को पूरी तरह सील कर किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं दी जाती है। लेकिन बफर जोन में आर्थिक गतिविधियों पर रोक साथ जरूरी सेवाओं को चालू रखने की इजाजत दी जाती है।
ग्रीन जोन में भी किया जाएगा कोरोना टेस्ट : ग्रीन जोन वाले इनफ्लुएंजा या सांस से संबंधित बीमारी से गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा।

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