फांसी देने से पहले यह कहना चाहता था पवन जल्लाद, इसलिए रहा खामोश 

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नई दिल्ली, 20 मार्च – एन पी न्यूज 24 – तिहाड़ जेल में निर्भया के चारो दोषी को फांसी की सजा दी जा चुकी है।  लेकिन बताया जा रहा है कि फांसी से पांच मिनट पहले पवन जल्लाद कुछ कहना चाहता था. वह अधिकारियो के जरिये सरकार को मैसेज भेजना चाहता था. उसे उसके पडोसी ने ऐसा करने से रोका। उसे लगा कि वह इस मसले में कुछ बोल कर परेशानी में पड़ सकता है।  उसके पडोसी ने बताया कि पवन जल्लाद अपनी जाति ढेह छाज को लेकर परेशान है।
पवन जल्लाद की जाती से जुड़ा यह है मुद्दा 
उसने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज तक उनकी जाति को एससी का दर्जा नहीं मिला है।  उसका प्राकृतिक आपदा में मकान गिर गया था लेकिन उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले उनके बच्चों को भी कोई फायदा नहीं मिला। इसी वजह से उन्हें दूसरी जाति में शामिल होना पड़ा.
राष्ट्रपति और पीएम को लिखा पत्र 
 कुछ दिनों पहले उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और  यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और दूसरे प्रशासनिक अधिकारियो को पत्र लिखकर  ढेह छाज जाति को एससी का दर्जा और उसके लाभ देने की मांग की गई. लेकिन अभी तक पत्र का कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
पीएम मोदी के इस अभियान से प्रभावित है पवन जल्लाद 
पवन जल्लाद पीएम मोदी के बेटी बचाओ  बेटी पढ़ाओ अभी से काफी प्रभावित है।  उनका कहना है कि अब बेटियों के साथ कुछ भी होती है तो तुरंत उनकी सुनवाई होती है।  उन्होंने कहा कि एक बेटी के साथ गलत काम करने वालो को फांसी देकर मुझे लगेगा कि प्रधानमंत्री मोदी के अभियान में मुझे भी एक कदम चलने का मौका मिला।
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