नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – सीबीआई न्यायालय के न्यायाधीश बृजगोपाल लोया की मौत से संबंधित सभी डाक्यूमेंट्स 10 वर्षो तक सुरक्षित रखा जाये। इस तरह की विनती के दाखिल की गई याचिका को मुंबई हाई कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया। यह याचिका ऐड. सतीश उके ने दायर की थी. अब राष्ट्रवादी प्रमुख शरद पवार ने जस्टिस लोया की जांच के मामले में बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर मांग हो रही है और जरुरत है तो लोया मामले की जांच हो.
उन्होंने कहा है कि जस्टिस लोया के मामले में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है. मैंने केवल समाचार पत्रों में लेख पढ़ा है. इन लेखों को देखने के बाद इस मामले की मूल तक जाकर जांच होनी चाहिए। ऐसी इच्छा महाराष्ट्र के कई लोगों की है.मुझे इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं है. इस जाँच की मांग करने वालों के कुछ आधार है. इसमें क्या तथ्य है इसकी जांच होनी चाहिए। अगर इसमें कुछ मिलता है तो इसकी इन्वेस्टीगेशन होना चाहिए। ऐसा नहीं है तो किसी के खिलाफ आरोप लगाना गलत है.