बड़ी खबर : SBI ने फिर से पेश किया रेपो रेट आधारित लोन

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नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने त्योहारों से पहले ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। एसबीआई ने सोमवार को एमएसएमई, हाउसिंग और रिटेल लोन के सभी फ्लोटिंग रेट लोन के लिए एक्सटर्नल बेंचमार्क के रूप में रेपो रेट को अपनाने का फैसला किया है। बैंक ने सोमवार को प्रेस रिलीज जारी कर इसकी घोषणा की। गौरतलब हो कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने चार सितंबर, 2019 को सर्कुलर जारी कर सभी बैंकों को अपने फ्लोटिंग रेट लोन को एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक करने को कहा था।

बता दें कि एसबीआई एक जुलाई 2019 को रेपो रेट आधारित आवास ऋण पेश करने वाला पहला बैंक था। हालांकि, हाल में एक ट्विटर यूजर के एक सवाल के जवाब में एसबीआई के जवाब के बाद इस तरह की खबरें आने लगी थीं कि एसबीआई ने रेपो रेट लिंक्ड लोन को वापस ले लिया है। दरअसल एसबीआई ने ट्वीट के माध्यम से एक यूजर को दिए जवाब में कहा था कि ‘आरएलएलआर आधारिमत होम लोन योजना को वापस ले लिया गया है। इसके बजाय एमसीएलआर आधारित होम लोन योजना बनी रहेगी।’ रेपो से जुड़ी ब्याज दर आधारित होम लोन योजना तुलनात्मक रूप से नया उत्पाद है।

बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने एक मीडिया पब्लिकेशन से बातचीत में कहा है कि बैंक के रेपो रेट आधारित लोन उत्पादों को आरबीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार बनाने के लिए उनमें कुछ संशोधन किये जा रहे हैं। बैंक की ओर से सोमवार की जारी रिलीज में कहा गया है कि जुलाई में लांच की गयी स्कीम में कुछ संशोधन किये गए हैं। हालांकि, संशोधन का विवरण नहीं दिया गया है।

एक सितंबर 2019 से प्रभावी एसबीआई की रेपो से जुड़ी उधारी दर (आरएलएलआर) 7.65 फीसदी तय की गई थी। हालांकि इस पर आधारित होम लोन कर्ज की मात्रा पर निर्भर होने की बात कही गई थी।एमसीएलआर बैंक का आंतरिक बेंचमार्क है और देखने में आया है कि यह ग्राहकों को रेपो दर में कमी का फायदा पहुंचाने में नाकाम रहा है। गौरतलब हो कि आरबीआई ने एलान किया था कि बैंकों द्वारा एक अक्टूबर से सभी नए परिवर्तनीय (फ्लोटिंग) दर वाले पर्सनल, खुदरा व एमएसएमई कर्ज बाह्य बेंचमार्क से जोड़ दिए जाएंगे। हालांकि, बैंक अपना बेंचमार्क तय करने को स्वतंत्र होंगे।

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