मुंबई : एन पी न्यूज 24 – मौसम में लगातार हो रहे परिवर्त्तन और कोरोना के कहर के बीच मच्छरों का आतंक चरम पर है. घर के आस-पास सही से साफ-सफाई और कीटनाशक का छीड़काव नहीं होने के कारण कोरोना वायरस के साथ-साथ वैसे खतरनाक मच्छरों का भी खतरा रहता है, जो कई गंभीर बिमारियों का कारण है। इन मच्छरों से मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू जैसी कई बीमारियां हो सकती है।
लेकिन, क्या छीड़काव करने, अगरबत्ती का इस्तेमाल करने या क्रीम लगाने से मच्छरों को हमेशा के लिए दूर भगाया जा सकता है? लेकिन, कुछ ऐसे पौधे हैं जिन्हें लगाने से घर में मच्छर कम आएंगे या बिल्कुल भी न आएं।
तुलसी का पौधा –
कई औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी के पौधे का महत्व हिंदु धर्म में सदियों से रहा है। लोग इसकी पूजा भी करते हैं साथ-साथ भोग व प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण भी किया जाता है। इसपर कई पौराणिक कथाएं भी उपलब्ध है। ऐसा माना गया है कि इसे घर में लगाने से वातावरण शुद्ध होता है व आस-पास में मौजूद किटाणुओं से बचा जा सकते है। इससे मच्छर आसपास भी नहीं भटकते है। इसके अलावा मच्छर के काटने पर लाल चकत्ते जो त्वचा पर पड़ जाते है उसका इलाज भी इससे किया जा सकता है।
गेंदा का पौधा –
गेंदे का पौधा भी मच्छर को घर से दूर रखने में सहायक होता है। यहां तक कि एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि मच्छरों को गेंदे के फूल और पत्तों की खूशबू बिल्कुल भी पसंद नहीं होती है। घर में गेंदे का पौधा लगाने से एक भी मच्छर दिखाई नहीं देगा।
लेमन बाम –
लेमन बाम का पौधा लोग अक्सर घर की सजावट के लिए लगाते हैं। लेमन बाम के फूलों की गंध बहुत तेज होती है, जिसकी वजह से मच्छर दूर भागते हैं। इस पौधे को लगाते वक्त ध्यान रहे कि इसे धूप में न रखें।
सिट्रानेला का पौधा –
मच्छरों के दूर भगाने के लिए सिट्रानेला का पौधा काफी सहायक होता है। सिट्रानेला के खुशबू से मच्छर घर से दूर रहते है और जानकारी के लिए बता दें कि मॉस्किटो रिप्लीयन्ट क्रीम में सिट्रानेला का ही इस्तेमाल किया जाता है।
एग्रेटम प्लांट –
यह भी एक अच्छा मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है। जिससे कौमारिन नामक एक सुगंध निकलती है। हालांकि, यह गंध मच्छरों को नहीं पचती। यही कारण है कि इसके पास आने से कतराते है। कौमारिन का इस्तेमाल कमर्शियल मॉस्किटो रिप्लीयन्ट और परफ्यूम इंडस्ट्री में होता है।