नई दिल्ली.एन पी न्यूज 24 – जम्मू-कश्मीर से आतंक हटने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान की मदद से अब वहां नए आतंकी संगठन ने दस्तक दी है। इस आतंकी संगठन का नाम ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ है। यह संगठन सोशल मीडिया के माध्यम से घाटी के युवाओं को बरगला रहा है। सोशल मीडिया पर हाल के दिनों में इस ग्रुप की काफी गतिविधियां देखी गई हैं। एक अधिकारी के अनुसार, यह पाकिस्तान की जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन देने और बढ़ावा देने सबसे नया तरीका है।
इस्लामाबाद से संचालित : अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद 12 अक्टूबर को श्रीनगर के हरि सिंह हाई स्ट्रीट पर एक ग्रेनेड फेंका गया, जिसकी जिम्मेदारी टीआरएफ (आतंकी संगठन) ने ली। इसके बाद एक युवक की हत्या की भी जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, हिसाब से यह अकाउंट इस्लामाबाद से आईफोन के जरिए संचालित किया जाता है।
आतंकियों के बताता है शहीद : इस आतंकी संगठन के बारे में सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स-ट्विटर और टेलीग्राम के जरिए से पता चला, जो पाकिस्तान से संचालित कई हैंडल में से एक था, जो कि कश्मीर पर केंद्रित था और सेना को बुरा-भला कहा जाता था। वहीं, घाटी की गलत जमीनी हकीकत भी बताई जाती थी। इसके अलावा आतंकियों की तस्वीरें पोस्ट करके उन्हें ‘शहीद’ बताया जाता था।’
लश्कर-ए-तैयबा से संबंध : लश्कर-ए-तैयबा के साथ इसके संबंध की पुष्टि इस महीने की शुरुआत में हुई थी जब पाकिस्तान से संचालित टीआरएफ आतंकी संगठन के सोशल मीडिया चैनलों ने कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में सेना के विशेष बलों के साथ केरन गोलाबारी में मारे गए आतंकवादियों की तस्वीरों को पोस्ट किया था।