पुणे, 26 मार्च –एन पी न्यूज 24 – भारत ने कोरोना से लड़ने के लिए सस्ती किट तैयार कर ली है। इसके बिज़नेस की अनुमति मिल गई है। यह किट जर्मनी से मंगाए गए किट की तुलना में एक चौथाई कम कीमत की है।
6 सप्ताह में तैयार हुआ
पुणे स्थित डिगोनोस्टिक कंपनी माईलैब डिस्कवरी सोलूशन्स प्राइवेट लिमिटेड ने पहला मेड इन इंडिया मॉलिक्युलर डाइगोनोस्टिक किट तैयार किया है। यह मात्र 6 सप्ताह में तैयार किया गया है. इसे बिज़नेस की अनुमति मिल गई है। इसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् मूल्यांकन में 100% संवेदनशीलता और विशिष्टा हासिल है।
सबसे कम लोगों की जांच
फ़िलहाल देश में 10 लाख लाखों लोगों पर 6. 8 परीक्षण हो रहे है। दक्षिण कोरिया और सिंगापूर जैसे देशो में कोरोना जांच की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है।
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जर्मनी से आ रही किट
फ़िलहाल भारत में जर्मनी से किट आ रहे है. भारत ने जांच के लिए जर्मनी से लाखों किट मंगाए है.माईलैब ने हर सप्ताह एक लाख किट बनाने का वादा कियाकंपनी ने दावा किया है कि एक किट से करीब 100 लोगों की जांच की जा सकती है। एक लैब सामान्य तौर पर हर दिन एक हज़ार से ज्यादा मरीजों की जांच कर सकती है।
कम कीमत जल्द परिणाम
इसकी कीमत जर्मनी से मंगाए गए किट की तुलना में एक चौथाई होगी। इसकी जाँच का पता भी मात्र 2. 5 घंटे में लग जाएगा।
डब्लूएचओ की गाइडलाइन पर बनी किट
यह किट डब्लूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार तैयार हुआ है। माईलैब वर्तमान में ब्लड बैंकों और हॉस्पिटल्स में रक्त दाता की जांच के लिए किट बनाती है