पिंपरी।एन पी न्यूज 24 – महाराष्ट्र में शिवसेना-राष्ट्रवादी काँग्रेस-काँग्रेस की ‘महाविकास आघाडी’ की सरकार आते ही भाजपा सरकार के कार्यकाल में महामंडलों में की गई नियुक्तियां रदद्र की जा रही हैं। पिंपरी चिंचवड़ में तीन भाजपा नेताओं को राज्यमंत्री स्तर के महामण्डल और पद दिए गए थे। उनमें से दो की नियुक्तियां खारिज होने के बाद अब आखिरी नियुक्ति भी खारिज हो गई है।
सामाजिक न्याय विभाग ने बुधवार को दस महामंडलों की नियुक्तियों को खारिज कर दिया है। इसमें साहित्यरत्न लोकशाहीर अण्णा भाऊ साठे विकास महामंडल भी शामिल हैं। इस महामंडल के अध्यक्ष अमित गोरखे की नियुक्ति भी रद्द की गई है। यह अध्यक्ष पद राज्यमंत्री दर्जे का था। 7 जून 2019 को गोरखे की इस पद पर नियुक्ति की गई थी। अब वह रदद् किये जाने से उन्हें मात्र दस माह का कार्यकाल मिल सका है।
Related Posts
इससे पहले भाजपा सरकार के कार्यकाल में पिंपरी चिंचवड़ नवनगर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सदाशिव खाड़े और राज्य लोकलेखा समिति के अध्यक्ष एड सचिन पटवर्धन की नियुक्तियों को महाविकास आघाडी की सरकार ने खारिज कर दिया है। उनके बाद पिंपरी चिंचवड़ शहर में एकमात्र बचे राज्यमंत्री दर्जे के साहित्यरत्न लोकशाहीर अण्णा भाऊ साठे विकास महामंडल के अध्यक्ष अमित गोरखे की नियुक्ति भी रद्द कर दी गई है।
अमित गोरखे को मात्र दस माह का कार्यकाल मिल सका है। हालांकि उनका कहना है कि, कार्यालय मिलने और विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते परोक्ष में मात्र तीन माह का ही कार्यकाल मिल सका है। कम समय मिलने से ज्यादा काम करने का मौका नही मिला। हालांकि इन तीन माहों में समाज के एमपीएससी, यूपीएससी के विद्यार्थियों को दिल्ली में पढ़ाई के लिए भेजने के लिए 100 करोड़ रुपए की मंजूरी, अण्णाभाऊ साठे की जन्मशताब्दी के लिए 100 करोड़ की मंजूरी, अण्णाभाऊ साठे के नाम से डाक टिकट का प्रकाशन, कईयों को लोन मंजूरी जैसे फैसले किये जा सके।