नई दिल्ली, 18 मार्च –एन पी न्यूज 24 –कोरोना, कोरोना और कोरोना हर तरफ बस एक ही नाम है. जहां जाए आपको बस एक ही नाम सुनाई देगा। इस वायरस ने लोगों को किस हद तक प्रभावित किया है इसकी आम हम केवल कल्पना ही कर सकते है. यही वजह है कि कुछ लोग कोरोना वायरस के संक्रमित होने के संदेह में खुद को छुपाने में भी जुट गए है. इसी तरह से अपनी यात्रा का विवरण छिपाने की वजह से मुंबई में 64 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई है। उन्हें कोरोना वायरस का इन्फेक्शन था लेकिन इससे भी बड़ी परेशान करने वाली बात ये है कि इस मरीज ने अपने इलाज के दौरान डॉक्टर्स को नहीं बताया था कि वह दुबई से लौटे थे.
महाराष्ट्र के हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि बुजुर्ग 12 दिन पहले दुबई से लौटे थे. उनमे दो दिन तक कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए. लेकिन इसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी. इसके बाद उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन वहां उन्होंने डॉक्टरों को अपने यात्रा का विवरण नहीं दिया।
इस वजह से डॉक्टरों ने लक्षण के आधार पर दवा दी लेकिन बाद में उनकी हालत ख़राब होने लगी। इसके बाद कोरोना की जांच के लिए सरकारी हॉस्पिटल में सैंपल भेजा गया. जांच में पता चला कि उन्हें कोरोना वायरस है। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इसलिए जरुरी है कि कोरोना वायरस से बचने या छिपाने की कोई जरुरत नहीं है। इसके लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाये।
मिली जानकारी के अनुसार दुबई से 40 लोगों का ग्रुप 5 मार्च को वापस लौटा था. इसी ग्रुप में बुजुर्ग, उसकी पत्नी और बेटा मौजूद थे. वो सभी एक टेक्सी में बैठकर एयरपोर्ट से घर आये. घर आने के बाद दो दिनों तक सब कुछ ठीक था लेकिन बाद में उनकी तबियत बिगड़ने लगी।
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