नई दिल्ली, 17 मार्च – एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस के उद्गम स्थल चीन में प्रयोगशाला में कुछ बंदरों को कोरोना वायरस संक्रमित किया गया था. अब इन बंदरो ने अपने शरीर में इस बीमारी से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है। इसका मतलब है कि इंसान भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करके इस बीमारी से लड़ सकता है। अब इन बंदरो के शरीर से एंटी बॉडीज लेकर नए वैक्सीन बनाये जा सकते है। यह एंटी बॉडीज हमारे शरीर पर बाहर से होने वाले बैक्टेरिया और वायरस के हमले से बचाते है। यह बीमारी से लड़ते है और हर तरह के संक्रमण से बचाते है।
Related Posts
चीन के वैज्ञानिक अब बंदर से लिए गए एंटी बॉडीज का इंसानों पर परिक्षण एक महीने में शुरू करेंगे। जो लोग कोरोना वायरस से ठीक हो चुके है उनके एंटीबाडीज को लेकर भी चीन वैक्सीन बनाने की तैयारी में है।
चीन में अब तक 75 हज़ार लोग कोरोना वायरस से मुक्त हो चुके है. अब इनके शरीर से एंटीबाडीज लेकर वैक्सीन विकसित किया जाएगा। इसे बंदरो ने एंटीबाडीज से मिलाकर देखा जाएगा की कितनी समानता है।
लोगों में इस बात का डर है कि उन्हें दोबारा कोरोना वायरस हो सकता है। लेकिन दोबारा कोरोना वायरस का संक्रमण 0. 1 से 1% लोगों को हो रहा है। इसलिए वैज्ञानिको को उम्मीद है कि एक बार वैक्सीन विकसित होने के बाद दोबारा कोरोना वायरस होने पर उसे आसानी से ठीक किया जा सकता है।