7वां वेतन आयोग को लेकर सियासी दलों में मचा श्रेयवाद

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पिंपरी : एन पी न्यूज 24 – पिंपरी चिंचवड मनपा कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने के फैसले को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस और भाजपा में श्रेय लेने की होड़ मच गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक अण्णा बनसोडे ने हालिया एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की कोशिशों से मात्र आठ दिन में सातवां वेतन आयोग लागू करने का फैसला होने का दावा किया था। इस पर मनपा के सभागृह नेता एकनाथ पवार ने एक अलग संवाददाता सम्मेलन के जरिए इस फैसले का श्रेय केवल भाजपा और तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दिया। सत्तादल और विपक्ष के बीच जारी श्रेयवाद की लड़ाई मनपा गलियारों में चर्चा का विषय बनी है।
गौरतलब हो कि सोमवार को विधायक अण्णा बनसोडे ने एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए मनपा कर्मियों को सातवां वेतन आयोग लागू किये जाने की घोषणा की। यह आयोग लागू करने वाली पिंपरी चिंचवड मनपा राज्य की पहली मनपा साबित होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि, भाजपा ने इसका प्रस्ताव अधर में लटकाए रखा। जबकि पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मनपा कर्मचारियों को आठ दिन के भीतर इसका फैसला करने का न केवल आश्वासन दिया बल्कि आठ दिन में राज्य सरकार से सातवां वेतन आयोग लागू करने संबन्धी प्रस्ताव को मंजूरी भी दिलाई। मनपा के 8300 कर्मचारी इस फैसले से लाभान्वित होंगे यह दावा भी उन्होंने किया।
विधायक बनसोडे ने इस फैसले का पूरा श्रेय अजित पवार और शिवसेना- राष्ट्रवादी कांग्रेस- कांग्रेस महाविकास आघाडी सरकार को दिया। यही नहीं इस फ़ैसले की घोषणा के बाद मनपा कर्मियों ने आनंदोत्सव में भी राष्ट्रवादी के नेता शामिल हुए। हालांकि अब सभागृह नेता एकनाथ पवार ने राष्ट्रवादी पर पलटवार करते हुए कहा कि, 22 फरवरी को सर्वसाधारण सभा में मनपा कर्मियों को सातवां वेतन आयोग लागू करने का प्रस्ताव पारित किया गया। 11 जून को प्रधान सचिव ने इस प्रस्ताव पर मान्यता की मुहर लगाई। हालांकि उसी दौरान आचार संहिता लागू होने से इसकी फ़ाइल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास रह गई। अब सत्ता परिवर्तन के बाद उस फ़ाइल को निकलवा कर श्रेय खींचने की कोशिश की जा रही है। ऐसा करने की राष्ट्रवादी की परंपरा रही है, यह टिप्पणी भी उन्होंने की।
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