पिंपरी : एन पी न्यूज 24 – सत्ता में आने पर 100 दिनों के भीतर शास्तिकर माफी की घोषणा करनेवाली भाजपा ने सत्ता पाने के बाद केवल आश्वासनों के गाजर बांटे। तब मुख्यमंत्री की घोषणा से शहरभर मिठाईयां बाँटनेवाले भाजपा विधायकों ने लोगों को भ्रमित बनाया। अब जब सत्ता खो दी तब उन्हें पुनः शास्तिकर माफी की याद आने लगी है। इन शब्दों में भाजपा विधायकों पर हमला करते हुए पिंपरी चिंचवड मनपा के भूतपूर्व विपक्षी नेता व वरिष्ठ नगरसेवक दत्ता साने ने शास्तिकर विरोधी संघर्ष में लोगों के साथ रहने और सरकार को उसका फैसला करने के लिए बाध्य करने का भरोसा दिलाया।
बीती शाम शास्तिकर बाधित कृति समिति की बैठक आकुर्डी में संपन्न हुई। इसमें लोगों को संबोधित करते हुए साने ने कहा कि, तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शहर में आकर शास्तिकर पूर्व लक्षी प्रभाव से माफ करने की घोषणा की। तब शहर में भाजपा विधायकों ने मिठाईयां बांटी, श्रेय लेने के लिए होर्डिंग की होड़ मचाई। मगर आज भी यह शास्तिकर का मसला जस का तस है। इस बैठक के मंच पर नगरसेविका संगिता ताम्हाणे, नगरसेवक पंकज भालेकर, पूर्व नगरसेवक मारुती भापकर, नागरी हक्क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष मानव कांबले, युवा कार्यकर्ता ज्ञानेश्वर कस्पटे, राजेंद्र चेले, कॉंग्रेस के नेता संदेश नवले आदि उपस्थित थे।
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शहर में एक लाख 70 हजार लोग शास्तिकर से बाधित है। उन्हें 25 हजार से लेकर 5 लाख रुपए तक के बिल मिले हैं। इसके विरोध में कोर्ट में लडना है या फिर सरकार से शास्तीकर माफ कराना है? इस पर कानून विशेषज्ञों से सलाह ली जाएगी। संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही शरद पवार, अजित पवार और मुख्यमंत्री से मिलेगा और शास्तीकर के दहशत में जी रहे लोगों को संपूर्ण शास्तीकर से मुक्ति के लिए विनंती करेगा। जब राज्य सरकार ने शास्तिकर लादने का फैसला किया तब के विधायक लक्ष्मण जगताप और विलास लांडे अगर गंभीरता से लेते और विरोध करते तो शायद आज ये दिन देखना नहीं पडता, यह टिप्पणी भी उन्होंने की।
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