नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24 – कोरोना महामारी के संकट के बीच केंद्र की मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर है। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार, देश के मुखय आठ बुनियादी उद्योगों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली में पिछले साल फरवरी महीने में मात्र 2.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी, लेकिन इस फरवरी में यह वृद्धि 5.5 प्रतिशत रही, जो 11 महीने का उच्चतम स्तर है। बता दें कि कोर सेक्टर के 8 प्रमुख उद्योग में कोयला, क्रूड, ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी आते हैं। देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में इन आठ कोर इंडस्ट्रीज का वेटेज 40.27 फीसदी होता है।
वृद्धि इस प्रकार रही : कोयला, रिफाइनरी उत्पाद और बिजली में क्रमश: 10.3 प्रतिशत, 7.4 प्रतिशत और 11 प्रतिशत तथा उर्वरक और सीमेंट उत्पादन में क्रमश: 2.9 प्रतिशत और 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल-फरवरी 2019-20 के दौरान आठ बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर घटकर एक प्रतिशत पर आ गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 4.2 प्रतिशत थी। इससे पहले मार्च 2019 में आठों उद्योग की वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई थी। इस साल जनवरी में इसमें 1.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
हालत सुस्त रही थी : साल 2019 के अंतिम महीने कोर सेक्टर के उत्पादन के लिहाज से बहुत खराब थे। दिसंबर में देश की अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक खबर देकर गया। देश के प्रमुख आठ उद्योगों के उत्पादन में लगातार चौथे महीने गिरावट आई थी। इसके बाद जनवरी 2020 में कोर सेक्टर में 2.2 फीसदी बढ़त की खबर आई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में इन कोर इंडस्ट्रीज का उत्पादन सुस्त ही रहा है।