नई दिल्ली :एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया के लिए महामारी बन चूका है। इस महामारी से हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है। लोग हैरान-परेशान है। चीन से विस्तार होते हुए अब यह महामारी करीब-करीब 190 देशों में पहुंच चूका है। ताजा अकड़े के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित मरीजों की संख्या 7 लाख के आसपास पहुँच गयी है। वहीं मरने वालों की संख्या 28 हजार पार कर चूका है।
इस बीच चीन ने कोरोना को लेकर बड़ा दावा किया है। चीनी वैज्ञानिकों के मुताबिक, चीनी वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए नया हथियार बना लिया है। चीन का दावा है उन्होंने एक ऐसा नैनोमटीरियल बना लिया है जो शरीर में प्रवेश करके कोरोना वायरस को सोख लेता और और उसके बाद उसे 96.5 से 99.9% सफलता के साथ निष्क्रिय करने में सक्षम है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये न तो कोई वैक्सीन है और न ही इसे दवा कहा जा सकता है, ये एक बायोवेपन जैसा है जिसे कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विकसित किया गया है।
जानें क्या होते हैं नैनोमटीरियल?
नैनोमटीरियल कई तरह की मैन्यूफैक्चरिंग प्रोसेस में इस्तेमाल किए जाते हैं। ये हेल्थकेयर के अलावा पेंट्स, फिल्टर्स, इन्सुलेशन और लुब्रिकेंट पैदा करने के लिए भी इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। हेल्थकेयर की बात करें तो इन्हें नैनोजाइम्स भी कहते हैं और ये शरीर में पाए जाने वाले एन्जाइम्स की तरह ही काम करते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों के मुताबिक नैनोमटीरियल के बारे में अभी दुनिया ज्यादा नहीं जानती है। ये शरीर में आसानी से प्रवेश करते हैं क्योंकि ये बेहद ही छोटे होते हैं।
ये शरीर में बीमारी फैला रहीं विशेष कोशिकाओं को निशाना बनाते हैं, तेजी से इलाज के साथ-साथ बाकी थेरेपी के मुकाबले काफी सुरक्षित माने जाते हैं। कई वैज्ञानिक इसे अलग-अलग रूप में देखते है। इसमें कई सारे ऐसे तत्व हैं जैसे सिल्वर, इन्हें अगर नैनोमटीरियल में बदल कर शरीर में प्रवेश कराया जाए तो काफी नुकसान हो सकता है।
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