भोपाल. एन पी न्यूज 24 – मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार दोपहर को अपने 106 विधायकों को लेकर राजभवन पहुंचे। बीजेपी के विधायकों ने राज्यपाल के सामने परेड करके बीजेपी के प्रति अपना समर्थन जताया। राज्यपाल लालजी टंडन ने विधायकों को आश्वासन देते हुए कहा, “आप निश्चिंत रहें. आपके अधिकारों का हनन नहीं होगा। शिवराज सिंह ने उनसे कहा कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में है, सरकार ने सत्र को पराजय के डर से स्थगित कर दिया। हम आपके समक्ष सशरीर आए हैं. 106 विधायकों आपके समक्ष मौजूद हैं। शिवराज सिंह चौहान ने राजभवन से बाहर आकर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम सर्वोच्च न्यायालय गए हैं। महामहिम राज्यपाल ने सरकार को आदेश दिया था, संविधान प्रदत अधिकारों के तहत, सरकार अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट करवाए, लेकिन मुख्यमंत्री बच रहे हैं, क्योंकि उनके पास संख्या नहीं है। उन्होंने राज्यपाल के निर्देश का पालन नहीं किया। सत्र स्थगित करके भाग गई। सरकार को संवैधानिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस के 92 विधायक बचे हैं। बीजेपी के 106 विधायक सशरीर आए हैं। स्पष्ट है कि बहुमत बीजेपी का है। महामहिम ने भी आश्वस्त किया है कि हमारे, प्रदेश के और जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी।
कोरोना तो बहाना है….
दूसरी तरफ, कमलनाथ ने पत्र के माध्यम से राज्यपाल से गुजारिश की कि “मैं आपको स्मरण कराना चाहूंगा कि दिनांक 13 मार्च, 2020 को जब मैं आपसे मिला था तब मैंने आपको अवगत कराया था कि बीजेपी द्वारा कांग्रेस पार्टी के कई विधायकों को बंदी बनाकर कर्नाटक पुलिस के नियंत्रण में रखकर उन्हें विभिन्न प्रकार का बयान देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मैंने यह स्पष्ट किया था कि ऐसी परिस्थितियों में विधानसभा में किसी भी फ़्लोर टेस्ट का कोई औचित्य नहीं होगा और ऐसा करना पूर्ण रूप से अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक होगा। फ़्लोर टेस्ट का औचित्य तभी है जब सभी विधायक बंदिश से बाहर हों और पूर्ण रूप से दबावमुक्त हों।
राज्यपाल के सामने 106 भाजपा विधायकों का परेड

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