26/11 मुंबई आतंकी हमले का जवाब देना चाहती थी वायुसेना, लेकिन यूपीए सरकार ने मान्य नहीं किया प्रस्ताव: धनोआ
एन पी न्यूज 24 – मुंबई आतंकी हमले को 11 साल बीत चुके हैं. लेकिन आज भी पूरा देश उस दिन को भूल नहीं पाया और शायद ही कभी भूल पाए. साल 2008 की वह तारीख 26/11 थी, उस दिन मिली एक खबर ने पूरे देश को हिला दिया. मुंबई में चारों तरफ खौफ का माहौल था, हर तरफ दहशत थी और लोगों को हर कहीं मौत का डर सता रहा था. इस आतंकी घटना को लेकर पूर्व वायुसेनाध्यक्ष बीएस धनोआ का बड़ा खुलासा सामने आया है. उन्होंने बताया कि, 26/11 टेरर अटैक के बाद वायु सेना पाकिस्तान पर हमले के लिए तैयार थी, इसलिए पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक (हवाई हमला) करने संबंधी प्रस्ताव को सरकार के सामने पेश किया था, लेकिन तत्कालीन यूपीए सरकार ने उसे ठुकरा दिया था.
पूर्व वायुसेनाध्यक्ष बीएस धनोआ ने शुक्रवार को वीजेटीआई के सालाना महोत्सव टेक्नोवांजा में छात्रों को संबोधित करते हुए यह बात बताई. बता दें कि धनोआ 31 दिसंबर, 2016 से लेकर 30 सितंबर, 2019 तक भारतीय वायुसेना के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई. उनके बाद अब एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया वायुसेना की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
उन्होंने आगे बताया कि, ‘हमें पूरी जानकारी थी कि पाकिस्तान के आतंकी शिविर किस-किस जगह पर हैं. इसलिए हम उन पर आसानी से हमला करने को तैयार थे। लेकिन राजनीतिक निर्णय के चलते इस स्ट्राइक को अंजाम नहीं दिया गया.
उन्होंने दिसंबर 2001 में संसद पर हुए हमले के बारे में भी खुलसा करते हुए बताया कि, भारतीय वायुसेना उस समय भी पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के जरिए उसे मुंहतोड़ जवाब देना चाहती थी. लेकिन उससे संबंधित प्रस्ताव भी मान्य नहीं किया गया.
उनके मुताबिक पाकिस्तान अपने लोगों में भारत से खतरे का डर बनाए रखता है. साथ ही वह हमेशा जम्मू-कश्मीर का मुद्दा गर्म करने की साजिश में रहता है.
धनोआ ने छात्रों को भविष्य में होने वाली युद्ध संभावनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि, “वायुसेना में छोटे, तेज युद्ध लड़ने की क्षमता है और भविष्य का कोई भी युद्ध भूमि, वायु, समुद्र और अंतरिक्ष पर होगा.” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, “पाकिस्तान के रक्षा बलों के बीच संयुक्त योजना का अभाव है और उनका मनोबल भी कम है.”
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