पूरी दुनिया ने देखी भारत की दरियादिली, कोरोना प्रभावित 55 देशों को भारत भेज रहा है हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा
नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस ने हर तरफ-तरह हाहाकार मचा रखा है। देश-विदेश में हर दिन इससे हजारों लोगों की मौत हो रही है। अमेरिका, इटली, ब्रिटेन जैसे देश इसके आगे लाचार नजर आ रहे हैं। ऐसे में भारत बना संकटमोचक। भारत दुनिया के अधिकांश देशों की मदद कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, भारत की ओर से से छोटे-बड़े देशों में जरूरी दवाएं और रसद सामग्री भेजी जा रही है।
India is supplying Hydroxychloroquine (HCQ) to 55 countries including United States of America, United Kingdom, France, Russia, Afghanistan, Bhutan, Bangladesh, Nepal, Maldives, Sri Lanka, Myanmar, Seychelles, Oman, United Arab Emirates…. (1/2)
— ANI (@ANI) April 16, 2020
कई देशों को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन भेज चूका है भारत –
भारत कोरोना वायरस से प्रभावित 55 देशों को अनुदान के साथ-साथ वाणिज्यिक आधार पर मलेरिया-रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करने की प्रक्रिया में भी है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अमेरिका, मॉरीशस और सेशेल्स सहित कई देशों को इस दवा की खेप मिल चुकी है वहीं कई देशों को इस सप्ताह के अंत तक यह मिल जाएगी।
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा इन 55 देशों को भेज रहा भारत –
भारत की ओर से जिन 55 देशों को मलेरिया की दवा कोरोना संक्रमण के लिए भेजी जा रही है, उनमें प्रमुख रूप से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका, म्यांमार, सेशेल्स, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया, डोमिनिकन गणराज्य, युगांडा, मिस्र, आर्मेनिया, सेनेगल, अल्जीरिया, जमैका, उज्बेकिस्तान , कजाखस्तान, यूक्रेन, नीदरलैंड, स्लोवेनिया, उरुग्वे, इक्वाडोर समेत अन्य देश शामिल हैं। बता दें की हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन मलेरिया की एक दावा है।
भारत अपने पड़ोसी देशों को भी भेज रहा ये दवा –
सूत्रों ने कहा कि भारत अपने पड़ोस में अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश नेपाल, मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका और म्यामां को यह दवा भेज रहा है। यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि पाकिस्तान ने दवा खरीदने की बात की है या नहीं।
सूत्रों ने कहा कि कई देशों को दवा व्यावसायिक आधार पर भेजी जा रही है जबकि कई अन्य देशों को भारत अनुदान के रूप में यह दवा दे रहा है। हाल ही में टेलीफोन पर हुयी बातचीत में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया था कि वह हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की बिक्री की अनुमति दें।