अलीगढ़. एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस से हो रहे संक्रमण को लेकर पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। अभी तक यही कहा जा रहा है कि एहतियात ही इसका एकमात्र उपाय है। ऐसे में हम भी आपको यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए वास्तव में क्या करें, लेकिन उसके पहले इन 3 चीजों का खास ध्यान रखें, कोरोना से डरने की जरूरत नहीं।
1.गर्म पानी का सेवन करें : गर्म पानी रोगों से बचने का सबसे बेहतर उपाय है। लगातार गर्म पानी का सेवन करते रहें।
2.कपूर को पानी में रखें: पानी से भरी कटोरी में कपूर रख दें। सांस के जरिये जो ऑक्सीजन हम लेंगे, वो भी शुद्ध होगी।
3. हाथ धोते रहें : कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हाथ साबुन से धोते रहें। घर से कतई न निकलें।
रोगप्रतिरोधक शक्ति क्यों जरूरी : असल में हर जीवित शरीर में प्रकृति ने एक ऐसी व्यवस्था बनाई हुई है, जो उसे नुकसानदेह जीवाणुओं, विषाणुओं और माइक्रोब्स वगैरह से बचाती है। इसे ही रोगप्रतिरोधक शक्ति या इम्यूनिटी कहा जाता है। जिसकी इम्यूनिटी मजबूत है, उसके शरीर में रोगाणु पहुंचकर भी नुकसान नहीं कर पाते, पर जिसकी इम्यूनिटी कमजोर हो गई हो, वह जरा-से मौसमी बदलाव में भी रोगाणुओं के आक्रमण को झेल नहीं पाता। जब बाहरी रोगाणुओं की तुलना में शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ती है, तो इसका असर सर्दी, जुकाम, फ्लू, खांसी, बुखार वगैरह के रूप में हम सबसे पहले देखते हैं। सर्दियों का मौसम एक तरह से रोगप्रतिरोधक शक्ति के परीक्षण का मौसम है, लेकिन अच्छी बात यह है कि रोगप्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाने के लिए भी यही सबसे अच्छा मौसम है।
कोरोना में फेफड़े को नुकसान : कोरोना वायरस इंसान की श्वांस नली में दिक्कत करने के साथ फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। शरीर की आंतरिक शक्ति को कमजोर करता है। इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो, तो वह वायरस से मजबूती से लड़ सकता है। यूनानी चिकित्सा पद्धति में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के कारगर उपाय हैं। अंकुरित चने, दाल जैसे नाश्ते के साथ बादाम व दखिनी मिर्च रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कारगर नुस्खा है। इनका सेवन बहुत जरूरी है। साथ ही मौसमी फल, प्रोटीनयुक्त पदार्थ और खजूर का सेवन करें।
संक्रमण से बचे रहेंगे : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के तिब्बिया कॉलेज के हकीम प्रो. नईम अहमद खान के अनुसार अंकुरित चना, दाल और फल व्यक्ति को भरपूर ऊर्जा देते हैं। हर दिन नाश्ते में पांच बादाम व 5-10 दखिनी मिर्च लेनी चाहिए। ये दोनों चीजें इंसान को दिनभर रोगों से लड़ने की शक्ति देती हैं। बादाम कारगर एंटी ऑक्सीडेंट है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। दखिनी मिर्च शरीर के लिए एंटी डोज की तरह काम करती है। संक्रमण को रोकती है।
भोजन में यह लें : ब्रेड पर शहद लगाकर लें। खजूर धोकर और आंवले के मुरब्बे का सेवन करें। सोयाबीन, हरी सब्जियां, नीबू, दाल और दही खाएं। डायट पर खर्चा ज्यादा दिखे तो आंवले का मुरब्बा लें। खजूर में आयरन के साथ पौष्टिक होते हैं, जो लाभदायक हैं। खाने में प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। पनीर मिले तो जरूर लें।
प्रतिरोधक क्षमता ग्रामीणों में ज्यादा : प्रो. नईम का मानना है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता शहरी लोगों की तुलना में ग्रामीणों में अधिक होती है। यही कारण है कि कोरोना वायरस का यूरोप-अमेरिका जैसा असर भारत में नहीं।