अदिति सिंह को कांग्रेस ने पार्टी से किया निलंबित, भाजपा रायबरेली के लिए कर रही है तैयार

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लखनऊ :  एन पी न्यूज 24- उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों और कामगारों के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका वाड्रा के बस मुहैया कराने के प्रस्ताव से शुरू हुई सियासत में अब रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह भी कूद पड़ीं हैं। अपनी पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर पहले भी दिखा चुकीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के सदर क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने कहा है कि कोरोना आपदा के वक्त कांग्रेस पार्टी को ऐसी निम्न सियासत करने की क्या जरूरत थी।

कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लेते हुए विधायक अदिति सिंह को पार्टी की महिला विंग के महासचिव पद से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली संसदीय सीट के लिए भाजपा अदिति सिंह को पोषित कर रही है। रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान के कोटा में जब यूपी के हजारों बच्चे फंसे थे तब ये तथाकथित बसें कहां थीं। इस मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस फर्जी सूची देकर और राजनीतिक दबाव बनाकर सरकार के अधिकारियों का समय बर्बाद कर रही है।

कांग्रेस एमएलए अदिति सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि ‘आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत, एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा और एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।’ इधर अदिति सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिंया देते हुए कांग्रेस सचिव और रायबरेली प्रभारी के एल शर्मा ने कहा कि पिछले साल पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए विधानसभा में उनके खिलाफ एक नोटिस दिया गया था जो लंबित है। उन्होंने कहा, “वह जवाब देने से बच रही है और अध्यक्ष भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।” पार्टी ने उनके विधायक पद से अयोग्य घोषित करने का भी अनुरोध किया है।

रायबरेली से भाजपा कर रही है तैयार –
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, भाजपा रायबरेली संसदीय सीट के लिए अदिति सिंह का पोषण कर रही है, जो कांग्रेस का गढ़ रहा है। अदिति सिंह के पिता स्वर्गीय अखिलेश प्रताप सिंह विधायक थे और एक बार लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े थे। लेकिन बाद में वह कांग्रेस में लौट आए। 2004 से अमेठी से लोकसभा सदस्य रहीं सोनिया गांधी रायबरेली शिफ्ट हो गई थीं। लेकिन कांग्रेस रायबरेली सदर विधानसभा सीट तभी जीत सकी जब अदिति सिंह पार्टी में शामिल हुईं। इससे पहले उनके पिता ज्यादातर समय इस सीट से निर्दलीय विधायक रहे।

2019 में, भाजपा ने सोनिया गांधी के खिलाफ एमएलसी दिनेश सिंह को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह बुरी तरह हार गए। उस समय अदिति सिंह और उनके पिता कांग्रेस के साथ थे। वहीं, कांग्रेस का गढ़ रही दूसरी सीट अमेठी पर 2019 में भाजपा ने राहुल गांधी को हराकर सीट कब्जा ली। तब अमेठी के संजय सिंह ने पार्टी छोड़ दी थी।

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