नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – आज पुरी दुनिया कोरोना से परेशान है। हर कोई इससे निजात पाना चाहता है। लेकिन, दुर्गभाग्यवश अभी तक ऐसा कोई दवाई नहीं बन पायी है, जिससे कोरोना वायरस को मारा जा सकते। सभी देश के डॉक्टर और वैज्ञानिक लगातार इस कदम में काम कर रहे है। इस बीच मॉडर्ना इंक ने कहा है कि प्रायोगिक COVID-19 वैक्सीन से उत्साहजनक नतीजे मिल रहे हैं। इस वैक्सीन ने ऐसे एंटीबॉडी बनाए जो शुरुआती परीक्षण में रोगियों में कोरोना वायरस को बेअसर कर सकने की क्षमता दिखाता है।
बता दें कि यह खबर आते ही कंपनी के इसके शेयरों में 25% तक की बढ़ोत्तरी हो गई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अध्ययन से शुरुआती परिणाम दिखा कि जिन लोगों ने दवा का इस्तेमाल किया, उनके रक्त के नमूनों में एंटीबॉडी का स्तर, उन लोगों के बराबर ही मिला, जो COVID-19 से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो गए हैं। सभी को वैक्सीन की तीन अलग-अलग खुराक दी गई और मॉडर्ना ने कहा कि इन खुराकों के आधार पर प्रतिरक्षाजनकता यानी शरीर में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाने की क्षमता में बढ़ोत्तरी देखी गई। दवा बनाने वाली कंपनी ने कहा कि टीके, mRNA-1273 को भी प्रारंभिक चरण के अध्ययन में सुरक्षित पाया गया। जुलाई में अंतिम चरण का परीक्षण होगा।