नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24 – लॉकडाउन में दुनिया की सबसे बड़ी कैब सर्विस कंपनी उबर ने भी आखिरकार अपने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। उबर के कस्टमर सर्विस प्रमुख रॉफिन शेवले ने एक वीडियो कॉल के लिए कंपनी के 3700 कर्मचारियों को जोड़ा और मात्र तीन मिनट में सभी को नौकरी से निकालने की घोषणा कर दी। कंपनी के इस फैसले की दुनियाभर में मानवाधिकार से जुड़े लोगों ने कड़ी निंदा की है। लंबे समय तक सेवा देते आ रहे कर्मचारियों को बेहद असंवेदनशील तरीके निकालने की आलोचना भी हो रही है।
अंदेशा था : यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) में उबर द्वारा हाल ही में दायर रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा गया था, ‘कोरोनावायरस महामारी से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों व अनिश्चितता और व्यवसाय पर इसके प्रभाव के चलते कंपनी ने अपने परिचालन खर्च को कम करने की योजना बनाई है।’ कुल 3 हजार 700 फुल-टाइम कर्मचारियों की छंटनी होगी।
काम नहीं है : कर्मचारियों को पिछले महीने लिखे एक पत्र में कंपनी के सीईओ दारा खोसरोशाही ने कहा, ‘हमारी राइड ट्रिप वॉल्यूम्स में काफी गिरावट आने के साथ ही कम्युनिकेशन ऑपरेशन्स सहित इन-पर्सन सपोर्ट की हमारी जरूरत काफी कम हो गई है और अब रिक्रुटर्स के लिए पर्याप्त काम नहीं है।’
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