बढ़ रहा कश्मीर…भारत ने बताया तापमान, तो पाकिस्तान में उठा तूफान, चीन का भी बिगड़ा मौसम   

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नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24 मौसम के समाचारों में गिलगित, मुजफ्फराबाद और मीरपुर का न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान बताते ही    पाकिस्तान में तूफान आ गया। थपेड़े चीन में भी महसूस किए गए।  दरअसल दूरदर्शन पिछले 15 वर्षो से मौसम की खबरों में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का हाल भी बताता रहा है। आप पुरानी रिकॉर्डिग देखेंगे तो वेदर एंकर अक्सर चित्रल, गिलगित और

मुजफ्फराबाद का मौसम बताते हुए नजर आएंगी, लेकिन ऐसा तभी होता था जब पूरे कश्मीर का मौसम बताया जाता था। बीते कुछ वर्षो में मौसम के समाचारों का मिजाज बदला और सिर्फ देश के शहरों का तापमान बताने का चलन शुरू हुआ जिसमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता से लेकर वाराणसी जैसे शहर तो थे पर गिलगित-मुजफ्फराबाद नहीं, लेकिन अब भारत के तमाम शहरों के साथ मुजफ्फराबाद, मीरपुर और गिलगित का भी तापमान बताया जा रहा है और इसी से भारत-पाकिस्तान का तापमान चढ़ने लगा है।

दरअसल ऐसा करके भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को यह कड़ा संदेश दिया है कि पूरा कश्मीर हमारा है और इस मुद्दे को लेकर भारत रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक रणनीति पर काम कर रहा है।
पाक रेडियो को जमकर ट्रोल: भारत को जवाब देने के लिए पाकिस्तान के सरकारी प्रसारकों ने  लद्दाख, पुलवामा, जम्मू के मौसम की भविष्यवाणियां करनी शुरू कर दीं, लेकिन पाकिस्तान रेडियो ने लद्दाख के अधिकतम तापमान को माइनस चार डिग्री और न्यूनतम तापमान को माइनस एक डिग्री बताया, यानी सब कुछ उल्टा-पुल्टा। फिर तो सोशल मीडिया पर लोगों ने पाकिस्तान रेडियो और पाकिस्तान को जमकर ट्रोल किया। लोगों ने यह सवाल भी उठाने शुरू कर दिए कि आखिर कश्मीर में क्या बड़ा होने जा रहा है? जवाब में कहा गया कि ‘कश्मीर ही बड़ा होने जा रहा है।’

हुआ वही, जिसकी उम्मीद थी : मुजफ्फराबाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी है और मीरपुर इसी गुलाम कश्मीर का सबसे बड़ा शहर है। जहां तक गिलगित-बाल्टिस्तान की बात है, यह भी यूं तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का ही हिस्सा है, लेकिन प्रशासनिक दृष्टि से पाकिस्तान ने इसे स्वायत्तशासी क्षेत्र घोषित कर रखा है, जिस पर नवंबर 1947 से पाकिस्तान का कब्जा है, पर इसमें कोई शक नहीं कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर नरेंद्र मोदी सरकार के एजेंडे में है। प्रधानमंत्री ने पिछले साल ही राजौरी में कहा था कि इसकी कसक उनके मन में है। गृह मंत्री अमित शाह ने तो संसद में कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर और अक्साई चिन भारत के अभिन्न अंग हैं और हम इसके लिए जान दे देंगे। यही कारण है पीओके को लेकर कोई हलचल होती है तो बात बहुत आगे तक बढ़ जाती है। और इस बार भी यही हुआ।

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