नई दिल्ली । एन पी न्यूज 24 कोरोना को लेकर अलग-थलग पड़ते जा रहे चीन को अब कनाडा का साथ मिलने जा रहा है। कनाडा, चीन के साथ मिलकर कोविड-19 के लिए वैक्सीन बनाना चाह रहा है। दोनों देशों के बीच यह समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब कोरोना वायरस और Huawei (हुआवेई) के मामले में चीन की राय में नई गिरावट आई है। खुद कनाडा में इसे लेकर भी चिंताएं बढ़ रही हैं कि क्या Huawei अपने 5 जी इंफ्रास्ट्रक्चर को नुमति दे या नहीं। फरवरी में सामने आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कैसे कनाडा की सेना ने ट्रूडो को कनाडा की सुरक्षा के लिए हुआवेई के खतरों के बारे में चेतावनी दी थी। एक याचिका पर 1 लाख से अधिक लोगों द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं जो कनाडा में हुआवेई पर प्रतिबंध चाहते हैं।
यह है पूरा मामला : दरअसल, कनाडा के नेशनल काउंसिल ने घातक कोरोना वायरस के खिलाफ एक टीका विकसित करने के लिए चीन के साथ हाथ मिलाया है। चीन की कंपनी और यहां की सेना द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किए गए एक वैक्सीन कैंडिडेट Ad5-nCoV का ट्रायल अब कनाडा में होगा। Ad5-nCoV ऐसा वैक्सीन कैंडिडेट है जिसे दुनिया भर में कई विकसित किए गए उम्मीदवारों में से सबसे तेजी से विकसित किया गया है।
कनाडा ने अपनी मिट्टी पर इसके आगे के विकास का समर्थन करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें इसके मानव परीक्षण से लेकर इसका निर्माण तक शामिल है। परीक्षण सफल होते हैं, तो वैक्सीन उम्मीदवार स्ज़ुमस्की के अनुसार जल्द से जल्द आपातकालीन उपयोग के लिए स्वास्थ्य कनाडा की मंजूरी ले सकता है। यह वैक्सीन कैंडिडेट पहले से ही चीन में पहले और दूसरे चरण के हयूमन ट्रायल में है।