अमेरिका के सुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बोले- ‘कोरोना वायरस प्राकृतिक नहीं, लैब में तैयार हुआ’

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नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24- चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस का पूरी दुनिया में खतरनाक प्रकोप देखने को मिल रहा है। अमेरिका लगातार कहता रहा है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक नहीं है, बल्कि यह वुहान शहर के लैब से निकला है। अब मोदी सरकार के मंत्री ने भी मान लिया है कि यह वायरस लैब से ही फैला है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कोरोना वायरस नैसर्गिक (प्राकृतिक) नहीं है बल्कि लैब में तैयार हुआ है। हमें कोरोना के साथ जीवन जीने की कला को समझना होगा। एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही।

नितिन गडकरी ने कोरोना वायरस को लेकर कहा कि ‘जहां तक मेरी जानकारी है अगर ये नेचुरल वायरस होता तो साइंटिस्टों को इसके बारे में पता होता… ये लेबोरेट्री में तैयार किया गया वायरस है, मैं विवादों में नहीं जाना चाहता। अब इसका सॉल्यूशन नहीं है इसका वैक्सीन नहीं है। दुनिया में इसे लेकर काम हो रहा है, जो मेरी जानकारी है दो-चार पांच दिन में इसका वैक्सीन मिल जाएगा।’ गडकरी ने आगे कहा कि “चेक करने के लिए इसका डिटेक्शन सिस्टम भी नहीं है, इसके लिए सिस्टम में संशोधन हुआ है।’ गडकरी ने आगे कहा कि ‘जब एक बार इसका वैक्सीन तैयार हो जाएगा और आपने हमने सबने वैक्सीन लिया तो प्रॉब्लम ही नहीं आएगा और जब तक ये परमानेंट समाधान हमें नहीं मिलता तब तक सभी को इसके साथ जीने की पद्धति को विकसित करना पड़ेगा।’

गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका सहित दुनिया भर के देशों ने संदेह जताया है कि लाखों लोगों की जान ले चुके इस वायरस को मध्य चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान की प्रयोगशालाओं में तैयार किया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कई सार्वजनिक मौकों पर चीन को दुनिया भर में वायरस फैलाने का दोषी ठहरा चुके हैं। उन्होंने इसे ‘चीनी वायरस’ के रूप में भी संदर्भित किया था। वायरस की उत्पत्ति के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराने परट्रम्प और चीनी राजनयिकों के बीच वाक- युद्ध भी हुआ था।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम हर महीने लॉकडाउन के नहीं बढ़ा सकते हैं। पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के साथ हमें बाजार को खोलना ही पड़ेगा। कोविड-19 के फैलते संक्रमण को लेकर उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और इटली जैसे देशों की तुलना में भारत सुरक्षित स्थिति में नजर आ रहा है। भारत में इन देशों के मुकाबले काफी कम कोरोना के मामले आए हैं। गृह मंत्रालय से भी निवेदन किया है कि अब समय आ गया है कि सैलून को भी खोला जाए। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में उन्होंने मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग रखने का बेहद महत्वपूर्ण बताया।

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