नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में भय और चिंता का माहौल है। विशेषज्ञों ने भी भविष्य को लेकर इस संबंध में चेतावनी दी है। उनका कहना है कि इस त्रासदी से दुनियाभर के लोगों की मानसिक सेहत पर खराब असर पड़ सकता है। ऐसा होने पर इसका प्रभाव लंबे समय तक रहेगा। कोरोना पर अब WHO ने नई चेतावनी जारी की है। डब्लूएचओ ने चेताया है कि कोरोना वायरस हमारे साथ लंबे वक्त तक रहने वाला है। आने वाले समय में कोरोना वायरस के भयंकर रूप देखने को मिलेंगे।
कम से कम 10 हफ्ते तक जरूर रखे लॉकडाउन – इस बीच दुनिया की अग्रणी मेडिकल जर्नल लांसेट के एडिटर इन चीफ रिचर्ड हॉर्टन का कहना है कि भारत को लॉकडाउन हटाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए बल्कि कम से कम 10 हफ्ते के लिए लॉकडाउन किया जाना चाहिए। बता दें कि भारत में इस समय दो चरणों में 40 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। जो की 3 मई को खत्म होगा। रिचर्ड हॉर्टन ने कहा कि किसी भी देश में यह महामारी हमेशा के लिए नहीं है। यह अपने आप ही खत्म हो जाएगी। हमारे देश में वायरस पर नियंत्रण के लिए सही दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि भारत में लॉकडाउन सफल होता है तो आप देखेंगे कि 10 हफ्ते में यह महामारी निश्चित तौर पर खत्म हो जाएगी। यदि इसके अंत में, वायरस बंद हो जाता है, तो चीजें फिर से सामान्य हो सकती हैं।
हालत अभी सामान्य नहीं हुए – – रिचर्ड हॉर्टन ने सावधान करते हुए कहा कि हालात सामान्य नहीं हैं। हमें शारीरिक दूरी को बनाए रखना होगा। हमें मास्क पहनना होगा। साथ ही निजी तौर पर हाइजीन को लेकर बेहद सतर्क रहना पड़ सकता है। भारत में लॉकडाउन जल्द ही समाप्त होने वाली तारीख पर उन्होंने कहा कि ‘मैं समझता हूं कि आपको आर्थिक गतिविधि फिर से शुरू करनी होगी, लेकिन कृपया इसके लिए जल्दबाजी न करें। यदि आप लॉकडाउन को जल्दबाजी में उठाते हैं और तो आपके पास बीमारी का दूसरा चरण होगा जो पहले चरण की तुलना में और खराब हो सकता है।’
चीन का उदाहरण देते हुए रिचर्ड हॉर्टन ने बताया कि कैसे महज 10 हफ्ते के आक्रामक लॉकडाउन की बदौलत चीन के वुहान (जहां से कोरोनो वायरस की उत्पत्ति हुई) बीमारी के संचरण को रोक सका था। सभी इसका पालन जरूर करे।
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