लॉस एंजिल्स. एन पी न्यूज 24 – अमेरिकी वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना वायरस पहले जंगली जानवरों में पैदा हुआ और फिर इंसान भी इससे संक्रमित हो गए। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी और पिछले एक दशक में आई संक्रामक रोगों का संबंध वन्यजीवों से है। कैनन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि कोरोना वायरस चमगादड़ से इंसान में फैला। चीन के वुहान शहर के एक मीट मार्केट से इंसानों में इसके फैलने की तस्दीक पक्की है। इस मार्केट में जिंदा वन्यजीव बेचे जाते थे। उन्होंने कहा कि इसी तरह के प्रकोप कुछ साल पहले भी मर्स और सार्स के दौरान हुए थे।
यूनिवर्सिटी में प्रफेसर पाउला कैनन ने कहा, ‘हमने ऐसी परिस्थितियां पैदा की हैं जिसमें मात्र कुछ समय के अंदर यह हो गया। यह कुछ समय बाद दोबारा होगा।’ वैज्ञानिक अभी यह निश्चित नहीं हैं कि ताजा संक्रमण कैसे शुरू हुआ लेकिन उनका मानना है कि कोरोना वायरस घोड़े की नाल के आकार के चमगादड़ों से फैला है। वैज्ञानिकों ने कहा कि इबोला वायरस भी चमगादड़ों से ही इंसानों में आया। इबोला वर्ष 1976, 2014 और 2016 में अफ्रीका में फैल चुका है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस के ऐसे कई जेनेटिक कोड मिले हैं जो चमगादड़ों में पाए जाते हैं।
‘सैकड़ों कोरोना वायरस हैं : कैनन ने कहा कि कोरोना वायरस पर पैंगोलिन की भी छाप है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या पैंगोलिन का कोई सीधी भूमिका है या वह खुद भी चमगादड़ का शिकार है। उन्होंने कहा, ‘सैकड़ों कोरोना वायरस हैं और इनमें से बड़ी संख्या में चमगादड़ में पाए जाते हैं।’ कैनन ने कहा कि हमें आशंका है कि आने वाले समय में और ज्यादा कोरोना वायरस इंसानों में संक्रमण कर सकते हैं। हालांकि यह 100 साल में एक बार होता है। लेकिन यह जब होगा तब जंगल की आग तरह से पूरी दुनिया में फैल जाएगा।