कुरनूल : एन पी न्यूज 24- कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है। हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है। भारत की बात करें तो यहां कोरोना मरीजों की संख्या 21450 के पार पहुंच गयी है। जबकि मरने वालों की संख्या 682 हो गयी है। भारत में भी कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टर भी इस संक्रमण का शिकार हो रहे हैं और उनमें से कुछ की मौत भी हो गयी है।
ऐसा ही एक मामला कुरनूल से सामने आया है। दरअसल डॉ. इस्माईल अपने रोगियों के बीच 2 रुपये वाले डॉक्टर के नाम से जाने जाते थे। दुनिया से उनके अलविदा कहने पर उनके जानने वालों ने कहा कि ऐसा शख्स नहीं देखा। जानकारी के मुताबिक, कोरोना के चलते डॉ. केएम इस्माईल हुसैन ने कुछ हफ्ते पहले आंध्र प्रदेश स्थित कुरनूल के अपने अस्पताल में काम करना बंद कर दिया। उनके दोस्त शफथ अहमद खान ने बताया कि ‘वह हमेशा इतना सुलभ और लोकप्रिय थे कि उनके घर के बाहर मरीजों की कतार लगी रहती थी। वह कभी भी किसी भी कारण से मरीज को देखने से मना नहीं करते थे। एक हफ्ते के बाद मजबूरी के चलते वह अस्पताल में काम करने के लिए गए।’
14 अप्रैल को डॉ. इस्माईल ने अंतिम सांस ली। अगले दिन उनके टेस्ट से पता चला कि वह कोरोना संक्रमण के शिकार हुए थे। अधिकारियों ने कहा कि वह किसी कोरोना रोगी के संपर्क में आए होंगे, क्योंकि वह COVID-19 रेड-ज़ोन में काम कर रहे थे। डॉ. इस्माईल कुछ महीने पहले 5 दिसंबर को 76 वर्ष के हो गए थे। केवल कुरनूल से ही नहीं, बल्कि तेलंगाना के गडवाल और कर्नाटक के रायचुर से मरीज आते थे उनके पास इलाज कराने। कुरनूल निवासी इतिहासकार कल्कुरा चंद्रशेखर ने बताया कि ‘एक लकड़ी का बॉक्स था जिसमें मरीज पैसे देते थे और अपने आप चेंज ले लेते थे। वे 10 रुपये लेते हैं और 5 रुपये लेते हैं, या 50 रुपये डालते हैं और 30 रुपये वापस लेते हैं। यह पूरी तरह से मरीज पर निर्भर था।’