पुणे में 92 वर्षीय वृद्धा ने दी कोरोना को मात

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पुणे। एन पी न्यूज 24 – आज जब सारा देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहा है, कोविड-19 के बढ़ते मामलों और इससे हो रही मौतों की संख्या पर लगाम लगाना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। ऐसे में पुणे से एक राहत की खबर मिली है। यहां एक 92 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने कोरोना वायरस को मात दे दी है। आम तौर पर यह धारणा बन गई है बुजुर्ग इस बीमारी से बच नहीं सकते। मगर पुणे की वृद्ध महिला ने इस धारणा को भी गलत साबित कर दिया।
कोंढवा क्षेत्र की रहने वाली बुजुर्ग महिला की कोरोना से संघर्ष की कहानी कई मामलों में सबसे खास और अलग है। दरअसल इस बुजुर्ग महिला को सात महीने पहले लकवा का दौरा पड़ा था और अप्रैल के पहले सप्ताह में उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला के साथ उनके परिवार के चार अन्य सदस्यों में भी कोविड-19 के संक्रमण पाए गए। सभी को सिम्बायोसिस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल के कार्यकारी अधिकारी डॉ विजय नटराजन ने कहा, 92 वर्षीय महिला और उनकी साढ़े तीन साल की परपोती समेत सभी चार सदस्यों को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। समाज को, खासकर 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को यह संदेश देना चाहिए कि अगर 92 साल की महिला जिसे स्ट्रोक हुआ था, वह वायरस को हरा सकती है, ऐसे में उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
नटराजन ने कहा कि आम धारणा है कि अगर 60 साल से ऊपर का कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाता है तो वह बच नहीं सकता है। बुजुर्ग महिला के 55 साल के बेटे, जिनमें कोरोना वायरस सकारात्मक पाया गया था, ने कहा कि शुरू में परिवार यह जानकर सदमे में था कि उनकी मां सहित उनमें से चार लोगों में वायरस था। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो घबराए नहीं। उनके बेटे, जो कोरोना वायरस पॉजिटिव भी हैं, मौजूदा समय में सरकार की तरफ से संचालित केईएम अस्पताल में हैं, लेकिन वे भी ठीक होने की राह पर हैं।
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